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सीएम-डीसीएम पद की गरिमा तार-तार अफवाह फैलाने में शिंदे-फडणवीस नं-वन! … कोलाबा पुलिस स्टेशन में कांग्रेस ने की शिकायत

सामना संवाददाता / मुंबई
समाज को बांटकर राजनीति करने में भाजपा कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। मगर मामला तब और भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है, जब भाजपा फेक नैरेटिव और झूठी खबरें चलाने लगती है। महाराष्ट्र में आगामी महीनों में चुनाव होनेवाले हैं और ऐसे वक्त राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस अफवाह फैलाने में जुटे हुए हैं। दोनों ही अफवाह फैलाने में नंबर वन बन गए हैं। ऐसे में कांग्रेस ने कोलाबा पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत देकर दोनों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है।
मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि फर्जी खबर फैलाकर राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैलाने का प्रयास किया जा रहा है। दरअसल, शिंदे और फडणवीस इन दोनों नेताओं पर कर्नाटक की एक खबर पर झूठ का मुलम्मा चढ़ाकर उसे फैलाने का आरोप है। मामला काफी संवेदनशील और गणपति बाप्पा के विसर्जन से जुड़ा है। मामला कर्नाटक का है, जहां स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने बाप्पा की प्रतिमा को लेकर उसका खुद पूजन-अर्चन करके विधिवत उसका विसर्जन कराया था। मगर राज्य के सीएम और डीसीएम दोनों ने ही अपने पद की गरिमा को गिराते हुए झूठी खबर फैलाते हुए कहा कि कर्नाटक सरकार और पुलिस ने वहां गणपति उत्सव पर रोक लगा दी है।

फैक्ट चेकर्स ने खोल दी शिंदे-फडणवीस की पोल!
गणपति के विर्सजन से संबधित फैलाई झूठी खबर

गणेशोत्सव के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सांप्रदायिक माहौल खराब करना चाहते हैं। इसके लिए दोनों गलत जानकारी पैâला रहे हैं। मगर ये सूचना-तकनीक का युग है। पैâक्ट चेकर्स ने इन दोनों की पोल खोलते हुए इनके द्वारा पैâलाई खबर को झूठा साबित कर दिया है। अब कांग्रेस ने पुलिस को एक लिखित शिकायत देकर इन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है।
बता दें कि महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने कोलाबा पुलिस स्टेशन में एक लिखित शिकायत देकर मांग की है कि कर्नाटक में गणपति विसर्जन के बारे में फर्जी खबर पैâलाकर राज्य में धार्मिक द्वेष पैदा करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए। ज्ञात हो कि कर्नाटक की घटना की सही जानकारी न होते हुए भी गत १३ सितंबर को विश्व हिंदू परिषद ने बंगलुरु के टाउन हॉल इलाके में बिना किसी अनुमति के विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था। इस समय प्रदर्शनकारी भगवान गणेश की प्रतिमा के साथ प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने प्रतिमा को लेकर सुरक्षित रखने के साथ ही प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में ले लिया। इसके बाद पुलिस ने विधिवत पूजा-अर्चना करके गणपति बाप्पा का विसर्जन किया। यह जानकारी कई पैâक्ट चेकर्स वेबसाइटों के साथ ही राष्ट्रीय समाचार चैनलों ने पैâक्ट चेक करके सार्वजनिक की है। लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस संबंध में मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए झूठा बयान देकर त्योहार के दौरान राज्य में धार्मिक तनाव पैदा करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार और पुलिस ने गणपति उत्सव पर रोक लगा दी है तथा गणेश प्रतिमा को जब्त कर लिया। उनके साथ ही राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अपने ‘एक्स’ हैंडल के जरिए इस संबंध में जानकारी को तोड़-मरोड़ कर पेश किया।

नितेश राणे पर भी हो मामला दर्ज
कांग्रेस ने कहा कि भाजपा विधायक नितेश राणे ने इस संबंध में गलत सूचना पैâलाकर समाज में कलह और धार्मिक तनाव पैदा करने और सामाजिक शांति भंग करने की कोशिश की है इसलिए उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। प्रदेश कांग्रेस के विधि विभाग के अध्यक्ष एड. रवि प्रकाश जाधव ने कोलाबा पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के पास इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई है।

सामाजिक शांति भंग करनेवाला है कृत्य
चुनाव से पहले सत्ताधारी दल के नेता राजनीतिक लाभ के लिए लगातार फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाकर राज्य में धार्मिक और सांप्रदायिक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उनका यह कृत्य सामाजिक शांति को भंग करने वाला है। कांग्रेस पार्टी ने मांग की है कि पुलिस इस पर गंभीरता से संज्ञान ले और उनके खिलाफ कार्रवाई करे।

राज्य में धार्मिक कलह
फैलाने की कोशिश
कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात ने भी भाजपा के इस कृत्य को लेकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अब कर्नाटक में जो नहीं हुआ, उसकी फर्जी खबर पैâलाकर राज्य में धार्मिक कलह पैदा करने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश की जनता समझदार है और आपकी फर्जी कहानी के साथ-साथ आपकी सरकार को भी उखाड़ फेंकेगी।

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