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शिंदे सरकार ने जानबूझकर लटकाया श्रमिकों के पुनर्वास का मुद्दा! … मविआ की सरकार आने पर पुनर्विकास को मिलेगी प्राथमिकता

– सचिन अहीर ने घरों के मुद्दे पर कामगारों को दिया आश्वासन

सामना संवाददाता / मुंबई
इस चुनावी समर में श्रमिकों के घरों का मुद्दा भी गरमा गया है, जिसे लेकर श्रमिक हर दिन अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से सामने रख रहे हैं। इसे देखते हुए राष्ट्रीय मिल मजदूर संघ के अध्यक्ष और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के विधायक सचिन अहीर ने कहा कि मविआ की सरकार आने पर घरों के पुनर्विकास के मुद्दे को प्राथमिक स्तर पर हल किया जाएगा, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ‘घाती’ सरकार ने जानबूझकर श्रमिकों के पुनर्वास का मुद्दा लटकाया है। सचिन अहीर ने कहा कि स्प्रिंग मिल इमारत, टाटा मिल या कोहिनूर मिल चॉलियों के पुनर्विकास के साथ-साथ मुंबई में निजी और सरकारी मिलों की भूमि पर बनी चॉलियों के पुनर्विकास का प्रश्न महाविकास आघाड़ी सरकार के सत्ता में आते ही प्राथमिकता पर हल की जाएगी। वे मिलों की जमीन पर बनी चॉलियों में रहनेवाले लोगों से मिले। चॉलियों के रहवासियों ने सचिन अहीर को पुनर्निर्माण सहित कई मुद्दों को लेकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। सचिन अहीर ने परेल के टाटा मिल चॉल कंपाउंड, नायगांव के स्प्रिंग मिल चॉल और नायगांव के ही कोहिनूर मिल चॉलियों का दौरा किया और यहां रहनेवाले निवासियों और संबंधित समिति के पदाधिकारियों के साथ वर्तमान स्थिति पर चर्चा की। उनके साथ इस दौरे पर राष्ट्रीय मिल मजदूर संघ के महासचिव गोविंदराव मोहिते, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की पूर्व नगरसेविका उर्मिला पांचाल, पवन श्रीधर जाधव, पूर्व नगरसेवक अरुण नरे, सुनील अहीर और संघ के उपाध्यक्ष बजरंग चव्हाण, सुनील बोरकर, सचिव शिवाजी काले आदि उपस्थित थे। विधायक सचिन भाऊ अहीर ने कहा कि स्प्रिंग मिल के लंबित घरों के मुद्दे पर कोर्ट में जनहित याचिका दायर की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्प्रिंग मिल के पुनर्वास के मुद्दे को बिना किसी कारण के लटकाया गया है।

म्हाडा योजना के तहत हल
होगी पुनर्वास की समस्या
यहां रहनेवाले किराएदारों से सचिनभाऊ अहीर ने कहा कि एनटीसी के स्वामित्व वाले नायगांव में जीर्ण-शीर्ण हो चुके कोहिनूर चॉलियों में रहने वाले ९०० से १,००० परिवारों का भविष्य आज भी लंबित है और राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर अनावश्यक समय बर्बाद किया है। मुंबई में सभी निजी और एनटीसी मिलों की भूमि पर चॉलियों के पुनर्वास की समस्या को म्हाडा योजना के तहत हल किया जा सकता है। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि इस बार पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे, पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण, राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरदचंद्र पवार) पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी की सरकार फिर से बनेगी।

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