सामना संवाददाता / मुंबई
कामा अस्पताल में नवजात शिशुओं के लिए अत्याधुनिक नियो नेटल इंटेंसिव केयर (एनआईसीयू) शुरू किया जाएगा। इस मॉड्यूलर एनआईसीयू की बदौलत नवजातों को संक्रमण मुक्त इलाज मिलेगा। करीब तीन करोड़ की लागत से बने संक्रमण मुक्त एनआईसीयू के जल्द ही उद्घाटन की उम्मीद जताई जा रही थी। हालांकि, `घाती’ सरकार के पास समय नहीं है, जिस कारण यह एनआईसीयू उद्घाटन की बाट जोह रहा है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों से कामा अस्पताल में अत्याधुनिक मॉड्यूलर एनआईसीयू की मांग की जा रही थी। लेकिन कई कारणों से अस्पताल में मॉड्यूलर एनआईसीयू नहीं बन पा रहा था। हालांकि, अस्पताल के अधीक्षक डॉ. तुषार पालवे ने कोशिश की और एक नया मॉड्यूलर एनआईसीयू तैयार किया गया है। कामा अस्पताल में एनआईसीयू मॉड्यूलर न होने के बावजूद अपनी अच्छी सेवा के लिए जाना जाता है। डॉ. पालवे ने कहा यहां ५०० ग्राम से ७०० ग्राम वजन वाले शिशुओं का जन्म हुआ है। साथ ही डेढ़ से दो किलोग्राम वजन वाले ऐसे शिशुओं को भी इलाज के बाद घर भेजा गया है।
इसी महीने होनेवाला था उद्घाटन
इसकी औसत लागत ढाई से तीन करोड़ के बीच है। साथ ही यह सारा खर्च जिला योजना निधि और कलेक्टर के माध्यम से किया गया है। बता दें कि इस मॉड्यूलर एनआईसीयू का उद्घाटन सितंबर में चिकित्सा शिक्षा मंत्री हसन मुश्रीफ और विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के हाथों होने वाला था। फिलहाल अब सितंबर के आखिरी चार दिन बचे हैं। इसके बावजूद इसका उद्घाटन करने के लिए इन मंत्रियों के पास समय नहीं है, जिस कारण अभी तक यह एनआईसीयू उद्घाटन की बाट जोह रहा है।