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शिंदे लगे ‘धंधे’ पर … एसआईटी करेगी मुंबई के सड़क घोटाले की जांच! …विधानसभा अध्यक्ष का आदेश; सोमवार को होगी बैठक

एकनाथ शिंदे को हाजिर रहने का निर्देश

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई की सड़कों के कंक्रीटीकरण में हजारों करोड़ रुपए का घोटाला होने का आरोप शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने दो साल पहले ही लगाया था। कल विधानमंडल के सत्र में भी इस मुद्दे पर चर्चा हुई। मुंबई के सभी दलों के विधायकों ने इस मुद्दे पर सरकार और विशेष रूप से पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे को निशाना बनाया। विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने भी इस मामले में अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि मुंबई की सड़कों के कंक्रीटीकरण में गड़बड़ी का मामला बेहद गंभीर है और इसकी विशेष जांच एसआईटी के माध्यम से कराने का सरकार को आदेश दिया गया है। इस संदर्भ में उन्होंने सोमवार दोपहर को अपने कक्ष में विधायकों की बैठक भी बुलाई है। इस बैठक में एकनाथ शिंदे को भी हाजिर रहने का निर्देश देने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि शिंदे ‘धंधे’ पर लग जाएंगे।

मुंबई महानगर में सड़कों के सीमेंटीकरण का काम बेहद घटिया!
-विधानसभा में सत्ता पक्ष ने की फिर से ऑडिट कराने की मांग

सीमेंट कंक्रीटीकरण की आधी कीमत में मैस्टिक का काम होता है इसलिए आंतरिक सड़कों को मैस्टिक से बनाया जा सकता है और यह जल्दी भी हो जाता है।

विधानसभा में कल मुंबई में हुए सड़क घोटाले का मामला जोरदार तरीके से गूंजा। विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष ने भी सरकार पर जोरदार हमला बोला। भाजपा विधायक अतुल भातखलकर ने कहा कि मुंबई मनपा के माध्यम से सड़कों के सीमेंट-कंक्रीटीकरण का काम बेहद घटिया स्तर का हो रहा है। कई जगहों पर काम में देरी और मशीनरी की ढिलाई देखी जा रही है। इसके लिए चार ठेकेदारों और गुणवत्ता प्रबंधन एजेंसी पर कुल ३.४ करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है, लेकिन यह जुर्माना परियोजना के आकार के हिसाब से बेहद नगण्य है। इसलिए इस जुर्माने को बढ़ाया जाए और सड़कों के काम का नया ऑडिट किया जाए।

भाजपा के अमित साटम ने कहा कि अक्टूबर २०२३ में जिस सड़क का काम शुरू हुआ था, वह अभी भी चल रहा है। इस देरी से मुंबईकरों का धैर्य जवाब दे रहा है। बड़े पैमाने पर गड्ढे खोदकर छोड़ दिए गए हैं।

मनपा के सहायक आयुक्त, उपायुक्तों पर भी कार्रवाई करें
-वरुण सरदेसाई
शिवसेना विधायक वरुण सरदेसाई ने कहा कि अगर एडवांस मोबिलाइजेशन दिया गया है और काम शुरू नहीं हुआ है या वह निम्न स्तर का है, तो उस ठेकेदार से ब्याज सहित पैसे वसूल किए जाएं। केवल उप-अभियंताओं और कार्यकारी अभियंताओं पर कार्रवाई करने के बजाय मनपा के संबंधित सहायक आयुक्त और उपायुक्तों पर भी कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने मांग की कि मेजर रोड का क्लिंबिंग न करके माइनर रोड को पुराने तरीके से बनाया जाए।
मनपा के सेवानिवृत्त अधिकारी शामिल
साढ़े छह हजार करोड़ रुपए के घोटाले पर हुई चर्चा के दौरान विधानसभा की गैलरी में मनपा का एक भी अधिकारी मौजूद नहीं था। इस ओर भाजपा के योगेश सागर ने ध्यान खींचा। साथ ही उन्होंने मांग की कि सड़कों के लिए नियुक्त ठेकेदार और कंसल्टेंट में मनपा के कितने सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, यह जानकारी पटल पर रखी जाए। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों के भतीजे, दामाद, भांजे आज मनपा के अधिकारी बन गए हैं, टेंडर वही बनाते हैं। कांग्रेस के अमीन पटेल ने सवाल पूछा कि मुंबई की सड़कों के लिए ६,६३२ करोड़ रुपए के ठेके दिए गए। इन चार ठेकेदारों के नाम क्या हैं? गुणवत्ता प्रबंधन संस्था का नाम क्या है? उत्कृष्ट सड़कों के मानकों में मुंबई का स्थान कितना है? कांग्रेस के विधायक अमीन पटेल ने इस मामले में विजिलेंस के माध्यम से जांच कराकर एक महीने में रिपोर्ट देने की मांग की। इसी तरह सड़क का ठेका दिए गए एक ठेकेदार ने खुद काम न करके कई लोगों को सब-कॉन्ट्रैक्ट दे दिया है। इस ओर विधायक मुरजी पटेल ने ध्यान खींचा।
९१ अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस
मंत्री उदय सामंत ने जवाब देते हुए कहा कि सड़क सीमेंटीकरण का काम दो चरणों में चल रहा है। पहले चरण में १९१ सड़कों का काम है, जिनमें से ४५ सड़कें पूरी हो चुकी हैं। दूसरे चरण में १०३ सड़कें और चौथे चरण में ४७ सड़कें पूरी की गई हैं। सीमेंट-कंक्रीटीकरण के काम में खामियां मिलने पर पर्यवेक्षण करने वाले ९१ अभियंताओं को कारण बताओ नोटिस देकर चेतावनी दी गई है।

भातखलकर ने उठाया मुद्दा
विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल के दौरान भाजपा के विधायक अतुल भातखलकर ने यह मुद्दा उठाया था। इस पर हुई चर्चा में शिवसेना विधानमंडल दल के नेता आदित्य ठाकरे, विधायक वरुण सरदेसाई के साथ-साथ भाजपा के अमित साटम, योगेश सागर, कांग्रेस के अमित देशमुख और अमीन पटेल ने एकनाथ शिंदे के अधिकार क्षेत्र वाले नगर विकास विभाग के साथ ही मुंबई मनपा पर जोरदार हमला बोला। उस समय शिंदे सदन में मौजूद नहीं थे। हालांकि, उनकी ओर से जवाब देते हुए उद्योग मंत्री उदय सामंत की पूरी तरह से हवा निकल गई।

‘शिंदे और मनपा आयुक्त की
कराओ जांच!’
आदित्य ठाकरे ने की सदन में मांग

मुंबई में छह हजार करोड़ रुपए के सड़क कंक्रीटीकरण घोटाले के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री व वर्तमान नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे और मुंबई मनपा आयुक्त की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा जांच कराई जाए। इस संदर्भ में विधायकों की भी समिति बनाई जाए। इस तरह की मांग शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) विधानमंडल पक्ष के नेता आदित्य ठाकरे ने कल की। विधानसभा में मुंबई की सड़कों के खराब गुणवत्ता वाले कामों के बारे में तारांकित प्रश्न पूछा गया था। उस समय हुई चर्चा में आदित्य ठाकरे सहित मुंबई के सभी दलों के विधायकों ने सरकार को घेर लिया।

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