मुख्यपृष्ठनए समाचार‘संकट में शिवसेना है केंद्र के साथ ...आतंकियों को सबक सिखाएं!’ ...शिवसेना...

‘संकट में शिवसेना है केंद्र के साथ …आतंकियों को सबक सिखाएं!’ …शिवसेना ने सरकार को लिखा पत्र

सामना संवाददाता / मुंबई
आज देश पर संकट आया है। ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से केंद्र सरकार जो भी भूमिका लेगी या निर्णय लेगी, हम विपक्षी दल सरकार के साथ मजबूती से खड़े हैं। इस पर कोई मतभेद या अलग रुख अपनाने का कारण नहीं है, ऐसा कल शिवसेना नेता और सांसद संजय राऊत ने कहा। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। आगामी रणनीति तय करने के लिए सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई है। इस पृष्ठभूमि में संजय राऊत ने कहा कि शिवसेना भी राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार के साथ है। कश्मीर मुद्दे और देश की सुरक्षा को लेकर कई सवाल हैं। लेकिन अब सवाल उठाने या शंका प्रकट करने का समय नहीं है, बल्कि यह दिखाने का समय है कि पूरा देश एकजुट है।
इस बारे में शिवसेना नेता व सांसद अरविंद सावंत ने भारत सरकार को पत्र लिखकर साफ कहा है कि इस संकट में देश सुरक्षा और जनता के हित के लिए शिवसेना राजनीति से ऊपर उठकर एकजुट होकर सरकार का साथ देने के लिए तैयार है।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को पत्र लिखकर साथ होने का संदेश दिया गया है। अरविंद सावंत ने कहा कि पहलगाम में हुए कायरतापूर्ण हमले में निर्दोष नागरिकों की, विशेषत: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हिंदुओं को लक्षित किए जाने की घटना पर हम गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि इस कठिन समय में हम भारत सरकार के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि सरकार देश की ओर से आतंकवादियों और उनके पीछे मौजूद शक्तियों को ऐसा कठोर सबक सिखाएगी कि भविष्य में कोई भी हमारे नागरिकों की ओर बुरी नजर से देखने की हिम्मत नहीं करेगा।
इस पत्र के जरिए उन्होंने ऑनलाइन मीटिंग में शमिल होने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सर्वदलीय बैठक के लिए संसद के सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। हालांकि, पक्ष नेता व सांसद संजय राऊत और मैं दोनों ही वर्तमान में संसदीय स्थाई समिति के आधिकारिक शिष्टमंडल के साथ देश के विभिन्न क्षेत्रों में हैं। ये स्थान अत्यंत दुर्गम होने के कारण समय पर दिल्ली पहुंचना असंभव है और इस बैठक में केवल दल के नेताओं को ही उपस्थित रहने की अनुमति है। ऐसे में हमें दूरसंचार के माध्यम से, सुरक्षित वीडियो कॉन्प्रâेंसिंग के जरिए इस चर्चा में सम्मिलित होने का अवसर मिले।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि देश पर हुए इस अमानवीय और कायरतापूर्ण हमले के विरुद्ध सरकार द्वारा उठाए जाने वाले किसी भी कठोर कदम का हम पूर्ण समर्थन करेंगे, बल्कि ऐसा किया जाना ही चाहिए, यह हम स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं। इस घटना के संदर्भ में खुफिया एजेंसियों की विफलता, लापरवाही, अकार्यक्षमता तथा यह हमला वैâसे और क्यों हुआ, इन सभी पहलुओं का भी गंभीरता से अध्ययन किया जाना आवश्यक है। आज देशवासियों को राजनीति से ऊपर उठकर एकजुट होकर सरकार का साथ देना हैं।

अन्य समाचार