सामना संवाददाता / मुंबई
वरली सहित मुंबई के कोलीवाड़ा क्षेत्रों का पुनर्विकास एक बड़ा और महत्वपूर्ण मुद्दा बन चुका है। यह वर्तमान गद्दार सरकार और भाजपा सरकार कोलीवाड़ा क्षेत्रों का क्लस्टर डेवलपमेंट करना चाहती है और बहुत बड़े क्षेत्र में पैâले कोलीवाड़ा इलाकों में बसे लोगों को कुछ इमारतों में समेटकर बाकी जगह बिल्डरों की झोली में डालना चाहती है, जिसका हम विरोध कर रहे हैं। ऐसा जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने गद्दार सरकार पर किया। उन्होंने कहा कि इन कोलीवाड़ा क्षेत्रों का विकास हो, लेकिन इन्हें हटाया न जाएं, इन लोगों को वैसे ही विशाल क्षेत्र में रहना चाहिए। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वरली विधानसभा क्षेत्र में आदित्य ठाकरे जोरदार प्रचार सभा में बोल रहे थे।
कोलीवाड़ा क्लस्टर डेवलपमेंट मतलब कोली समाज को बाहर करने की योजना
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने प्रचार माध्यमों से बात करते हुए कोलीवाड़ा क्षेत्रों के क्लस्टर डेवलपमेंट के खिलाफ शिवसेना का रुख स्पष्ट किया। आदित्य ठाकरे ने कहा कि भाजपा का उद्देश्य कोलीवाड़ा क्षेत्रों के निवासियों को मुंबई से बाहर निकालना है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने तय किया है कि कोली समाज को मुंबई के बाहर स्थानांतरित किया जाए। पीयूष गोयल को मछली की बदबू पसंद नहीं है इसलिए उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज मंडई को शिफ्ट करने की योजना बनाई है। भाजपा का यही रवैया मछली विक्रेताओं और कोलीवाडों के मामले में भी देखा जा रहा है, ऐसा आरोप आदित्य ठाकरे ने लगाया।
आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि भाजपा ने लाडली बहन योजना के तहत महिलाओं को मिलनेवाली राशि बढ़ाने और युवाओं को २५ लाख नौकरी देने की घोषणाएं की हैं, जो केवल घोषणाएं ही हैं। भाजपा पिछले १० साल से ऐसी ही घोषणाएं कर रही है। २०१४ में भाजपा ने २ करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन अब इस आंकड़े को करोड़ों में लाने की बात कर रहे हैं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि भाजपा ने अब तक एक भी काम करके नहीं दिखाया इसलिए भाजपा सिर्फ एक घोषणाओं वाली पार्टी है।
आदित्य ठाकरे ने भाजपा की नीतियों पर तंज कसते हुए कहा कि भाजपा दावा करती है कि वह युवाओं को उद्यमी बनाएगी, लेकिन उसकी योजना युवाओं को केवल भजिया तलने का काम देना है। महाविकास आघाड़ी द्वारा शुरू किए गए उद्योगों को भाजपा ने गुजरात में स्थानांतरित कर दिया। भाजपा का नया उद्यमी अडानी है और पुराना उद्यमी भी वही है। सबका मालिक अडानी है, यह कहकर आदित्य ठाकरे ने भाजपा की नीतियों की आलोचना की।