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तकनीकी क्षेत्र में भी शिवसेना के संचार की शुरुआत…रामनवमी के शुभ अवसर पर ‘शिवसंचार सेना’ की स्थापना…उद्धव ठाकरे ने लोगो और नामपट्ट का किया अनावरण

सामना संवाददाता / मुंबई

शिवसेना ने आधुनिक तकनीक के युग में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए रामनवमी के शुभ अवसर पर कल ‘शिवसंचार सेना’ की स्थापना की। यह संस्था शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे के आशीर्वाद और युवासेनाप्रमुख, विधायक आदित्य ठाकरे के सहयोग से स्थापित की गई है और यह संचार क्षेत्र में उत्तम कार्य करेगी। ‘मातोश्री’ निवासस्थान पर उद्धव ठाकरे ने शिवसंचार सेना के लोगो और नामपट्ट का अनावरण किया। इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने इस नई संस्था को शुभकामनाएं दीं।
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि शिवसेना हमेशा जनता के हित के लिए कार्य करती आई है और उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए ‘शिवसंचार सेना’ तकनीकी क्षेत्र में उठाया गया एक बड़ा कदम है। उन्होंने विश्वास जताया कि न केवल शिवसेना, बल्कि आम जनता भी इस संस्था को अपना आशीर्वाद जरूर देगी। शिवसेना का प्रभाव पहले से ही हर क्षेत्र में है, लेकिन अब से तकनीकी क्षेत्र में भी शिवसेना की शुरुआत हो गई है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि समय बहुत तेजी से बदल रहा है। आधुनिक तकनीक इंसान के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गई है और मोबाइल फोन तो जैसे शरीर का ही एक अंग बन गया है। जब नई तकनीक विकसित हो रही है तो उसका लाभ आम जनता को मिलना चाहिए, लेकिन यदि उसी माध्यम से किसी की धोखाधड़ी हो रही है तो वह बिल्कुल गलत है। इस दौरान युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे, शिवसेना राज्य संयोजक अखिल चित्रे और अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर अखिल चित्रे ने इस नवस्थापित संगठन की कार्यप्रणाली और उद्देश्यों की जानकारी दी। चित्रे ने बताया कि अब तक संचार क्षेत्र में कोई स्वतंत्र संगठन सक्रिय नहीं था। सोशल मीडिया पर गलत रील्स डाली जाती हैं, ट्विटर पर ट्रोलिंग होती है। मोबाइल सब्सक्राइबर्स जब प्रीपेड रिचार्ज करते हैं तो वह ३० दिनों के लिए होना चाहिए, लेकिन मोबाइल कंपनियां केवल २६ से २८ दिन की वैधता ही देती हैं। इस पर कोई संगठन आवाज नहीं उठाता और सरकार का भी इस पर कोई नियंत्रण नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क के लिए बिछाई जानेवाली फाइबर या ओवरहेड वायरें जब खेतों से होकर गुजरती हैं तो संबंधित किसानों को उसका मुआवजा मिलना चाहिए, लेकिन सरकारी कार्य बताकर कंपनियां मुआवजा नहीं देतीं। अब इस पर ‘शिवसंचार सेना’ की नजर रहेगी।

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