-दस साल पहले छोड़ी थी कांग्रेस
कहा- भाजपा में लोकतंत्र नहीं, एक व्यक्ति में सिमटी हुई है पार्टी
रमेश ठाकुर / नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का एक बड़ा विकेट गिर गया। हरियाणा के कद्दावर जाट नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह का भाजपा से मोहभंग हो गया और उन्होंने पार्टी को टाटा बोल दिया। उनके साथ उनकी पत्नी प्रेमलता सिंह भी कांग्रेस में शामिल हो गईं, वहीं महीने भर पहले उनके बेटे बृजेंद्र सिंह ने भी भाजपा छोड़ी थी। उन्होंने भी कांग्रेस का दामन थामा है। बीरेंद्र सिंह ने कहा कि भाजपा में लोकतंत्र बिल्कुल नहीं? वहां तानाशाही चरम पर है, सिर्फ एक व्यक्ति में पूरी पार्टी सिमटी हुई है। मोदी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी-महंगाई की अति है। लेकिन ऐसे मुद्दे पर वह व्यक्ति कुछ भी नहीं बोलता। पश्चिम बंगाल की उन्हें चिंता है, लेकिन मणिपुर की नहीं? बीरेंद्र सिंह ने बताया मौजूदा लोकसभा चुनाव बहुत निर्णायक है। अगर ये व्यक्ति फिर प्रधानमंत्री बना, तो देश को गिरवी रख देगा। बीरेंद्र सिंह के आने से हरियाणा में भाजपा के जाट वोट बैंक में भी बड़ा झटका लगेगा।