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श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा नवरात्रि पर्व शास्त्रीय रीति से प्रारंभ, नौ देवी मंदिरों में भेजा गया श्रृंगार सामग्री

उमेश गुप्ता/वाराणसी
वर्ष 2024 की चैत्र नवरात्रि में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा एक नवाचार प्रारंभ किया गया था। इस शास्त्रीय नवाचार के अंतर्गत नवरात्रि के नौ दिनों में प्रतिदिन भगवान श्री विश्वेश्वर द्वारा श्रृंगार सामग्री एवं वस्त्र माता विशालाक्षी को भेंट स्वरूप प्रेषित किए गए थे। नवाचार को आगे बढ़ाते हुए शारदीय नवरात्रि 2024 में माता काशी विशालाक्षी शक्तिपीठ के साथ-साथ काशी में स्थित नवदुर्गा स्वरूप देवियों को भी प्रतिदिन के अनुसार श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग धाम से वस्त्र एवं श्रृंगार का अर्पण किया गया था। चैत्र नवरात्रि 2025, 30 मार्च 2025 से प्रारंभ हो रही है। इस वर्ष इस नवाचार को और व्यावहारिक रूप से लागू किया गया है। इस बार काशी स्थित प्रथम शक्तिपीठ काशी विशालाक्षी माता धाम सहित सभी देवी धाम को पर्व प्रारंभ की पूर्व संध्या पर ही समस्त श्रृंगार सामग्री एवं वस्त्र श्री काशी विश्वनाथ महादेव द्वारा प्रेषित किए गए। पूर्वसंध्या पर ही श्रृंगार एवं वस्त्र प्रेषित करने से समस्त देवी विग्रह पर भगवान विश्वनाथ से प्राप्त भेंट के वस्त्र एवं श्रृंगार प्रथम दिवस से धारण किया जाएगा। आज, 29 मार्च 2025 को, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के प्रतिनिधियों के रूप में शास्त्री गण द्वारा समस्त श्रृंगार और वस्त्र सामग्री को समारोहपूर्वक श्री विश्वेश्वर को अवलोकित करा कर माता काशी विशालाक्षी शक्तिपीठ के साथ नवदुर्गा स्वरूप मंदिरों में भेजे जाने की व्यवस्था मंदिर न्यास द्वारा की गई।

नवरात्रि के पर्व की पूर्व संध्या पर माता काशी विशालाक्षी द्वारा भी नौ कलश गंगाजल श्री काशी विश्वनाथ को अर्पित किया गया है। चैत्र प्रतिपदा (30 मार्च 2025) को प्रातःकाल मंगला आरती के पश्चात, सर्वप्रथम प्रथम शक्तिपीठ, माता काशी विशालाक्षी द्वारा प्रेषित नौ कलश गंगाजल से महादेव का जलाभिषेक किया जाएगा। इस प्रकार श्री काशी विश्वनाथ धाम में नवरात्रि पर्व के उत्सव को शास्त्रीय रीति से प्रारंभ किया जाएगा।

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