सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में यातायात के लिहाज से सुबह के समय का विशेष महत्व है। इसी कारण हर तीन मिनट में एक लोकल ट्रेन चलाई जाती है, जिसमें औसतन ५,००० यात्री सफर करते हैं, लेकिन इस व्यस्त समय में भायंदर से चर्चगेट के लिए सुबह ८.२४ बजे चलनेवाली साधारण लोकल को रद्द कर उसकी जगह एसी लोकल शुरू कर दी गई। रेलवे प्रशासन के इस पैâसले के खिलाफ यात्रियों ने भायंदर स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया। यात्रियों ने हस्ताक्षर अभियान चलाकर स्टेशन प्रबंधक को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें साधारण लोकल ट्रेन फिर से शुरू करने की मांग की गई।
भायंदर से चर्चगेट के लिए सुबह ८.१७ बजे विरार से १५ डिब्बोंवाली लोकल ट्रेन चलती है। यह विरार लोकल होने के कारण इसमें भारी भीड़ होती है, जिससे भायंदर के यात्रियों, खासकर महिलाओं को ट्रेन में चढ़ने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके बाद ८.२१ और ८.२४ की एसी लोकल ट्रेन चलती हैं। ८.२४ की साधारण लोकल होने से भायंदर, मीरा रोड और दहिसर के यात्रियों को काफी राहत मिलती थी, लेकिन अब समय सारिणी में बदलाव के कारण यात्रियों को भीड़भाड़ के बीच सफर करना और अधिक कठिन हो गया है।
एसी लोकल के स्थान पर साधारण लोकल तुरंत बहाल करने की मांग को लेकर सभी स्थानीय यात्रियों ने हस्ताक्षर अभियान चलाया और स्टेशन प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा। यात्रियों की इस मांग को वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के पास भेजा जाएगा, जिसके बाद उचित निर्णय लेने का आश्वासन रेलवे प्रशासन ने प्रदर्शनकारी यात्रियों को दिया।
यात्रियों का कहना है कि पश्चिम रेलवे की टाइम टेबल तैयार करनेवाले अधिकारियों को सुबह भायंदर से विरार लोकल में सफर करना चाहिए। लगातार एसी लोकल चलाने का कारण क्या है? दो एसी लोकल के बाद तीसरी साधारण लोकल में तीन लोकल की भीड़ एकत्रित हो जाती है, जिससे यात्रियों को जानलेवा भीड़ का सामना करना पड़ता है। यात्री संगीता देशमुख ने कहा कि यह स्थिति यात्रियों के लिए असहनीय हो गई है।