सामना संवाददाता / मुंबई
महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने दावा किया है कि उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिंदे गुट के २० विधायक मंत्री उदय सामंत के नेतृत्व में भाजपा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि, सामंत ने इन खबरों को खारिज कर दिया है। लेकिन राकांपा (शरदचंद्र पवार) के सांसद अमोल कोल्हे ने कहा है कि आग लगे बिना धुआं नहीं उठता है। उन्होंने परोक्ष रूप से सांकेतिक बयान दिया है कि शिंदे गुट फूट के कगार पर है। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने सोमवार को चौंकाने वाला बयान दिया था कि एकनाथ शिंदे को समाप्त करके भाजपा मंत्री उदय सामंत को आगे लाने की कोशिश कर रही है। पहले शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) को तोड़कर भाजपा एकनाथ शिंदे को आगे लाई। लेकिन अब शिंदे को खत्म करके एक नया `उदय’ होगा। इसके बाद विपक्ष की ओर से कई नेताओं के बयान आने से खलबली मच गई है। इस बीच कल सांसद अमोल कोल्हे ने भी शिंदे गुट की फूट पर बयान देकर खलबली मचा दी है।
कागजों पर नहीं प्रत्यक्ष आना चाहिए निवेश
कोल्हे ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दावोस दौरे पर गए हैं। महाराष्ट्र में आने वाले निवेश की सराहना की जानी चाहिए। लेकिन आने वाला निवेश सिर्फ कागजों पर नहीं, बल्कि हकीकत में आना चाहिए। उन्होंने सुबह-सुबह शपथ ग्रहण समारोह को लेकर छगन भुजबल और धनंजय मुंडे के बयान पर भी टिप्पणी की। कुछ नेता पुरानी स्थितियों को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं। यदि उस शपथ ग्रहण पर बयान वैâबिनेट से हटाने के बाद आते हैं, तो इस पर तर्क करने की जरूरत है। ये सब पुरानी बातें हैं। उन्होंने कहा कि इन्हें उठाने से कुछ हासिल नहीं होगा।