मुख्यपृष्ठस्तंभसमाज के सिपाही : चिकित्सा क्षेत्र में छोड़ी गहरी छाप

समाज के सिपाही : चिकित्सा क्षेत्र में छोड़ी गहरी छाप

पी. कुमार

उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले के एक गांव में जन्मे डॉ. विवेक द्विवेदी के पिता अध्यापक और माता गृहिणी थीं। डॉ. द्विवेदी की प्रारंभिक शिक्षा सुलतानपुर के साथ ही वाराणसी और लखनऊ में हुई। ११वीं और १२वीं की पढ़ाई इलाहाबाद के राजकीय माध्यमिक विद्यालय से पूरी करने के बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बी.एससी की डिग्री प्राप्त की और मोतीलाल नेहरू गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, इलाहाबाद से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की। डॉ. द्विवेदी ने आर्थोपेडिक सर्जरी में स्नातकोत्तर शिक्षा गोरखपुर, हैदराबाद और दिल्ली स्थित राष्ट्रीय परीक्षा आयोग से डीएनबी (आर्थोपेडिक सर्जरी) की डिग्री के साथ पूरी की। डॉ. द्विवेदी की पेशेवर यात्रा गांवों में उत्तर प्रदेश सरकार के अंतर्गत, एनटीपीसी रामगुंडम में और हैदराबाद तथा दिल्ली के विभिन्न निजी अस्पतालों में सेवाएं देते हुए शुरू हुई।
सन् २००० में डॉ. द्विवेदी ने मीरा-भायंदर को अपनी कर्मभूमि के रूप में चुना और तब से अब तक लगभग २४ वर्षों से वहां अपने तीन अस्पतालों के माध्यम से लगातार समाज को अपनी चिकित्सा सेवाएं दे रहे हैं। एक आर्थोपेडिक सर्जन के रूप में उन्होंने ११,००० से अधिक ऑपरेशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। मरीज डॉ. द्विवेदी की सेवाओं से अत्यधिक संतुष्ट रहते हैं और उन्होंने अपने क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम स्थापित किया है। डॉ. द्विवेदी न केवल चिकित्सा क्षेत्र, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाते हैं। वर्तमान में वो मुंबई के सबसे बड़े मेडिकल कंसलटेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा वो इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मीरा-भायंदर के भी अध्यक्ष रह चुके हैं और भायंदर मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान में ट्रस्टी हैं। पढ़ाई-लिखाई में गहरी रुचि रखनेवाले डॉ. द्विवेदी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जानकारी देने और उन्हें जागरूक करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं। डॉ. द्विवेदी का जीवन सिर्फ पेशेवर उपलब्धियों तक सीमित नहीं है, बल्कि वे सामाजिक व्यक्तित्व के रूप में भी जाने जाते हैं। डॉ. द्विवेदी की पत्नी भी डॉक्टर हैं और उनका परिवार भी सुशिक्षित है। डॉ. द्विवेदी के बेटे ने ऑस्ट्रेलिया में मेडिकल की पढ़ाई चुनी, जबकि उनकी बेटी कनाडा में सॉफ्टवेयर डेवलपर के रूप में काम कर रही है और टोरंटो में कनाडा सरकार की सेवा में है। डॉ. द्विवेदी की जीवन यात्रा एक समर्पित डॉक्टर, कुशल सर्जन, समाजसेवी और परिवार-प्रेमी व्यक्ति की प्रेरणादायक गाथा है, जिन्होंने अपने कार्यों से समाज और चिकित्सा क्षेत्र में एक गहरी छाप छोड़ी है।

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