प्रेम यादव
‘जिम्मेदारियों से भाग जाना आसान होता है, लेकिन जीवन में कुछ हासिल करने के लिए जिम्मेदारियों को स्वीकार करिए और अपने कर्म में विश्वास रखिए। संयम और सतत संघर्ष सफलता की गारंटी है।’ मीरा रोड निवासी जय ठाकुर बताते हैं कि उपरोक्त विचार उनके जीवन का आधार मंत्र है। आज उन्होंने जो कुछ भी हासिल किया है वो उनके माता-पिता और परिजनों के आशीर्वाद व उनके सतत संघर्ष और संयम का परिणाम है।
मीरा-भाइंदर में आज जय ठाकुर किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। समाजसेवा और उनकी कार्यशैली उन्हें आम से खास बना देती है। परिस्थितियों ने जिम्मेदारियों से उनका परिचय बचपन में ही करा दिया था और ये उसी का परिणाम है कि जीवन में आई बड़ी से बड़ी चुनौती को वे स्वीकार कर लेते हैं। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के मूल निवासी जय पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं, लेकिन बात जब सामाजिक और पारिवारिक जिम्मेदारियों की आती है तो वे बड़े भाई की भूमिका में आ जाते हैं। जय की यही विशेषता उन्हें समाज के अग्रिम पंक्ति के लोगों में खड़ा कर देती है। आज जय ठाकुर न केवल राजनीति के माध्यम से, बल्कि अपनी बेटी के नाम पर स्थापित ‘आराध्या चैरिटेबल ट्रस्ट’ के माध्यम से प्रति वर्ष समाज सेवा कर रहे हैं। बात चाहे महिला सशक्तीकरण की हो या बुजुर्गों के सहायता की, वे लगातार लोगों की सेवा में तत्पर रहते हैं। संस्था के माध्यम से वे लगातार सिलाई मशीन वितरण, बुक वितरण, मेडिकल वैंâप सहित धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन करते रहते हैं। योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए समय-समय पर वैंâप आयोजित करना, शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं और युवतियों की प्रगति के लिए समय-समय पर कंप्यूटर कोर्स और कोचिंग सेंटर की सुविधा उपलब्ध कराना जैसे कई सामाजिक कार्य करते हुए उन्हें देखा जाता है। समाज में महिलाओं के हुनर और काबिलियत को ध्यान में रखते हुए उन्हें सम्मानित करने के लिए कई सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन करते रहे हैं। कोरोना काल में कोरोना जैसी भयंकर बीमारी के दौरान अपने परिवार और अपना जीवन दांव पर लगाकर जय ठाकुर ने सैकड़ों परिवारों को घर-घर जाकर राशन किट और दवाइयां पहुंचाने का कार्य किया। पर्यावरण प्रेमी जय ठाकुर ने एक मुहिम के तहत बीते तीन सालों में मीरा रोड के कई इलाकों में सैकड़ों पेड़-पौधे लगाने का सराहनीय कार्य किया है। उत्तर प्रदेश से परा-स्नातक की डिग्री लेने के बाद जय ठाकुर ने मुंबई से पत्रकारिता में डिप्लोमा किया। जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा में मदद करनेवाले जय ठाकुर कहते हैं कि राजनीति उनके लिए सेवा का एक मंच मात्र है। उनका लक्ष्य समाज के आखिरी व्यक्ति तक को समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनाना है क्योंकि एक जिम्मेदार नागरिक ही समाज और राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।