चुनाव आयोग की लापरवाही से बुरी तरह प्रभावित होगा मतदान
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए कल मतदान हुआ। इसमें बारामती समेत कुल ११ लोकसभा सीटों पर हाई वोल्टेज मुकाबले शामिल हैं। मंगलवार सुबह सात बजे मतदान शांतिपूर्ण ढंग से शुरू हुआ, लेकिन बड़ी संख्या में मतदाता नौ बजे के बाद अपने घरों से निकले। धनकवाड़ी में कई स्थानों पर मतदाता सूचियों में गड़बड़ी के कारण करीब पंद्रह हजार मतदाताओं को परेशानी उठानी पड़ी। इससे प्रशासन को कई मतदाताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ा। हर साल की तरह इस बार भी केंद्रों पर मतदान करने तो पहुंचे, लेकिन कई लोगों का मतदाता सूची में नाम नहीं था तो कई का नाम तो था, लेकिन वे कहते दिखे कि मेरी फोटो की जगह किसी और की फोटो लगी थी। इस कारण वे अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके। इसको लेकर मुंबई के मतदाताओं घमासान मचा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि कल महाराष्ट्र के ११ लोकसभा सीटों पर लाखों मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस बीच कई घटनाएं घटित हुर्इं। कुछ इसी तरह के हालात बारामती में भी दिखाई दिए। हर साल की तरह इस साल भी मतदाता वोट डालने के लिए घरों से बाहर निकले, लेकिन इस बीच कई मतदाताओं के नाम सूची से गायब मिले। इसके साथ ही कई लोगों के नाम अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिए गए थे। इसी तरह कई मतदाताओं ने पाया कि मतदाता सूची में उनका नाम तो है, लेकिन फोटो डिलीट हो गई थी। साथ ही कई मतदाताओं की तस्वीरें ही बदल गई हैं। इसके चलते वे मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाए और उनमें नाराजगी की लहर दौड़ पड़ी। इस गड़बड़ी के लिए क्या चुनाव आयोग, कर्मचारियों को दोषी ठहराया जाना चाहिए? इसके पीछे कौन है? यह सवाल आम मतदाताओं ने इस दौरान उठाया। मतदाता सुनील राजाराम जाधव ने कहा कि मैं पिछले बीस वर्षों से धनकवाड़ी में रह रहा हूं और हर पांच साल में होनेवाले चुनाव में मतदान करता रहा हूं। आज मैं नवमहाराष्ट्र स्कूल में वोट डालने आया, लाइन में खड़ा हुआ और वोट देने के लिए अंदर गया। वहां मेरी फोटो की जगह किसी और की फोटो थी और मुझे बताया गया कि मैंने अपनी जगह वोट दिया है। बबनराव कृष्ण जाधव को भी कुछ ऐसा ही अनुभव हुआ, जब वह प्रियदर्शनी विद्यामंदिर धनकवाड़ी स्कूल में वोट डालने पहुंचे, जबकि शारदा सुरेश जगताप नवमहाराष्ट्र स्कूल में वोट देने के लिए लाइन में खड़े थे, लेकिन उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं था। ऐसी एक से बढ़कर एक शिकायतें आईं और इसे लेकर प्रशासन और मतदाताओं के बीच जुबानी जंग भी शुरू हो गई।
मेवापुर में मतदान का बहिष्कार, चार घंटे बाद शुरू हुआ मतदान
लातूर लोकसभा क्षेत्र के जलकोट तालुका के मेवापुर के युवा मतदाताओं ने बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग को लेकर मतदान का बहिष्कार किया। इस बीच तहसीलदार सुरेखा स्वामी द्वारा समझाने के बाद करीब चार घंटे यानी सुबह ११ बजे के बाद मतदान शुरू हुआ। इसके साथ ही डोंगरकोनाली, केकत सिंदगी, जलकोट शहर श्री गुरुदत्त विद्यालय के मतदान केंद्र पर भी तकनीकी खराबी के कारण मतदान डेढ़ घंटे देर से शुरू हुआ।
सांगोला में ईवीएम में आग लगाने की कोशिश
सूत्रों के मुताबिक, माढ़ा लोकसभा क्षेत्र में आनेवाले सांगोला तालुका के बागलवाड़ी मतदान केंद्र पर एक मतदाता ने ईवीएम मशीन में आग लगाने की कोशिश की। केंद्र के अधिकारियों ने तुरंत उस मतदाता को पकड़ लिया और पुलिस को सौंप दिया। इस समय ‘एक मराठा लाख मराठा’ जैसे नारे दिए गए और ऐसे नारे देते हुए ईवीएम मशीन को फर्जी बताकर उस पर पेट्रोल डाला गया और जलाने की कोशिश की गई। उसके बाद संबंधित युवा मतदाता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
मतदान के दौरान मौत
रायगड लोकसभा क्षेत्र में मतदान चल रहा था। इसी बीच महाड विधानसभा क्षेत्र से प्रकाश चिनकुटे नामक मतदाता दाबेकर के चीजलोली स्थित मतदान केंद्र पर वोट डालने गया था। इसी दौरान चक्कर आने के बाद वह लौटने लगा, लेकिन मतदान केंद्र के बाहर पहुंचने के बाद उसे चक्कर आया और उसकी मौत हो गई। लिहाजा, उसकी मौत के सही कारण की जानकारी पता नहीं चल सकी है। इसी तरह कोल्हापुर में मतदान की कतार में खड़े एक बुजुर्ग महादेव श्रीपति सुतार उत्तरेश्वर पेठ के रमाबाई आंबेडकर स्कूल में मतदान करने गया था। उसी समय चक्कर खाकर वह गिर पड़ा। परिजनों समेत राजनीतिक दल के कार्यकर्ता उसे तुरंत सीपीआर लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। चिकित्सकों के मुताबिक, उसकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हो गई।
सुप्रिया सुले ने चुनाव आयोग से की शिकायत
बारामती लोकसभा सीट ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस सीट पर सुनेत्रा पवार का मुकाबला सुप्रिया सुले से है। इस वजह से यह संसदीय क्षेत्र महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस बीच विधायक दत्ता भरणे पर बारामती लोकसभा क्षेत्र के इंदापुर में मतदाताओं को धमकाने का आरोप लगा है। दत्ता भरणे की धमकी से चुनाव के दौरान राजनीतिक माहौल गरमा गया है। इस बीच बारामती लोकसभा सीट से राकांपा (शरदचंद्र पवार) की उम्मीदवार सुप्रिया सुले ने दत्ता भरणे के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। इससे दत्तात्रय भरणे की मुश्किल काफी बढ़ गई है।
धाराशिव में युवक की हत्या
धाराशिव के भूम तहसील में स्थित पाटसांगवी गांव में मंगलवार दोपहर मतदान केंद्र के बाहर ही तीन युवकों में हुए विवाद के बीच एक की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। फिलहाल, पुलिस की तरफ से कहा गया है कि यह हत्या चुनाव अथवा वोटिंग को लेकर नहीं हुई है। मृतक की पहचान पाटसांगवी गांव निवासी गौरव उर्फ लाल्या अप्पा नाईकनवरे के रूप में हुई है। उसका उसी गांव के ही समाधान नानासाहेब पाटील व अन्य युवकों के साथ निजी कारणों से सुबह ११ बजे विवाद हुआ था।