सामना संवाददाता / मुंबई
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग की भूमिका को संदिग्ध बताया है। उन्होंने कहा, ‘वोटर लिस्ट में बड़ा बदलाव हुआ। लोकसभा चुनाव २०२४ के बाद महाराष्ट्र की ११८ सीटों पर ७२ लाख मतदाता जुड़े, जिनमें से भाजपा ने १०२ सीटें जीतीं। इससे साफ होता है कि कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ है।’
बता दें कि कांग्रेस ने कल गुरुवार को कर्नाटक के बेलगाव में कार्यसमिति की बैठक आयोजित की थी। इस बैठक में पार्टी के नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम और चुनाव आयोग पर सवाल उठाया। कांग्रेस पहले ही महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों पर संदेह जता चुकी है, जिसका हाल ही में चुनाव आयोग ने जवाब दिया था। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठाए और चुनाव आयोग की भूमिका को संदिग्ध बताया। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए चुनाव आयोग ने मंगलवार को कहा था कि महाराष्ट्र में मतदाताओं के नाम मनमाने ढंग से जोड़े या नहीं हटाए गए हैं। कांग्रेस के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि शाम ५ बजे के मतदान के आंकड़ों की तुलना अंतिम मतदान डेटा के साथ करना सही नहीं होगा। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर संदेह जताते हुए राज्य कांग्रेस के नेताओं ने सवाल खड़े किए थे। इसको लेकर पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात भी की थी। कांग्रेस ने सवाल उठाए थे कि आखिर डेटा अपडेशन के बाद करीब १० लाख वोट कैसे बढ़ गए? महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता ने कहा था कि सवाल यह है कि चुनाव आयोग ने रात को ११.५९ बजे मतदान प्रतिशत अपडेट किया और फिर दूसरे दिन फिर से १.३ फीसदी वोट बढ़ा दिए। उन्होंने ९ लाख ९९ हजार वोट कैसे बढ़ाए? उन्होंने पहले ही इसकी घोषणा क्यों नहीं की? अब सारी प्रक्रिया ऑनलाइन है, फिर समस्या कहां है?