सामना संवाददाता / दिल्ली
इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, दिल्ली में आयोजित रीड इंडिया समिट 2025 में सतकल फाउंडेशन द्वारा ‘सतकल स्कूल लाइब्रेरियन अवार्ड 2023’ का आयोजन किया गया। यह पुरस्कार शिक्षा और पुस्तकालय जगत में उनके असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है। सुश्री सोनाली को यह सम्मान विशेष रूप से सेंट पीटर्स स्कूल लाइब्रेरी में छात्रों को पढ़ने के प्रति प्रेरित करने और कोविड-19 महामारी के दौरान एक वर्चुअल लाइब्रेरी की स्थापना करने के लिए प्रदान किया गया। महामारी के दौरान, जब शैक्षणिक संस्थान बंद थे और छात्रों की पढ़ाई बाधित हो रही थी, तब इन्होंने एक अभिनव पहल करते हुए वर्चुअल लाइब्रेरी का निर्माण किया। इस पहल ने छात्रों को डिजिटल रूप से पुस्तकों तक पहुंच प्रदान की, जिससे वे घर बैठे अध्ययन और ज्ञान अर्जित कर सके। इस प्रयास से न केवल छात्रों की पढ़ाई जारी रही, बल्कि उनकी पढ़ने की रुचि भी बनी रही, जिससे वे किताबों की दुनिया से जुड़े रहे। इनके नेतृत्व में, संस्थान का पुस्तकालय न केवल किताबों का संग्रहालय बना, बल्कि एक ज्ञान का जीवंत केंद्र भी रहा। इन्होंने छात्रों की भाषा कौशल, आलोचनात्मक सोच, और साहित्यिक अभिरुचि को विकसित करने में अहम भूमिका निभाई। नियमित पुस्तक चर्चा, रीडिंग चैलेंज, और इंटरएक्टिव सेशंस जैसी गतिविधियों के माध्यम से मिस यादव ने छात्रों में पढ़ने की आदत विकसित करने का प्रयास किया।
‘सतकल स्कूल लाइब्रेरियन अवार्ड’ उन पुस्तकालयाध्यक्षों को दिया जाता है, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किए हैं और छात्रों को पुस्तकों के प्रति प्रेरित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सोनाली जी का यह सम्मान न केवल उनकी मेहनत का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि पुस्तकालय शिक्षा प्रणाली का एक अहम और अनिवार्य हिस्सा हैं। उनकी यह उपलब्धि न केवल सेंट पीटर्स संस्थान के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह उन सभी पुस्तकालयाध्यक्षों के लिए भी प्रेरणा है, जो शिक्षा को एक नए स्तर तक ले जाने के लिए समर्पित हैं।