उमेश गुप्ता / वाराणसी
सिगरा थाना अंतर्गत काशी विद्यापीठ क्षेत्र में 15-20 लोगों के साथ करणी सेना के समर्थक पर जानलेवा हमला करने के आरोपी हरीश मिश्रा उर्फ बनारस वाले मिश्रा जी को पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने मिश्रा के खिलाफ हत्या के प्रयास, सड़क जाम कर दंगा करने समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। पुलिस ने उन्हें शिवप्रसाद गुप्त अस्पताल से गिरफ्तार किया। इस दौरान सपा नेताओं का तांता लगा रहा।
प्रकरण के अनुसार, शनिवार को इस मामले की शिकायत करणी सेना के समर्थक अविनाश मिश्रा ने दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया कि अभियुक्त हरीश मिश्रा ने ‘मां करणी’ के नाम पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इस पर जब अविनाश मिश्रा उनसे बात करने पहुंचे, तो हरीश मिश्रा ने अपने 15-20 समर्थकों के साथ मिलकर उन पर हमला कर दिया। इस हमले में अविनाश मिश्रा और उनके साथी स्वास्तिक को गंभीर चोटें आईं और दोनों घायल अवस्था में लहूलुहान हो गए। इसके बाद मामले में एफआईआर दर्ज की गई और जांच के क्रम में अभियुक्त की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई।
गिरफ्तार अभियुक्त हरीश मिश्रा, पुत्र राधे कृष्ण मिश्रा, निवासी मकान नंबर C 19/59 K, काशी विद्यापीठ थाना सिगरा, वाराणसी हैं। अभियुक्त की उम्र 41 वर्ष है और उनके खिलाफ कई गंभीर आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं। हरीश मिश्रा का आपराधिक इतिहास लंबा और चिंताजनक है। अब तक उन पर कुल 11 आपराधिक मामले दर्ज हो चुके हैं, जिनमें सांप्रदायिक उन्माद फैलाने, धार्मिक भावनाएं भड़काने, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री डालने, सार्वजनिक शांति भंग करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।