उमेश गुप्ता / वाराणसी
मिर्जापुर जिले के कटरा कोतवाली थाना क्षेत्र की हरना गली में बुधवार रात 22 वर्षीय समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ता प्रियांशु ओझा की हत्या कर दी गई। घटना उस समय हुई, जब वह अपनी स्कूटी से घर लौट रहे थे। हमलावरों ने शिव मंदिर के पास घात लगाकर उन पर कुल्हाड़ी और चाकू से हमला किया।
रात करीब 9.30 बजे प्रियांशु अपने घर लौट रहे थे। जैसे ही वह गली में पहुंचे, शिव मंदिर के पास छिपे हमलावरों ने घेर लिया। पहले उनके बीच कहासुनी हुई, जो जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गई। हमलावरों ने प्रियांशु के गले और सिर पर धारदार हथियारों से वार किया। हमले के दौरान खून 10 फीट तक बिखर गया। घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। शोर सुनकर आस-पास के लोग घरों से बाहर निकले। उन्होंने तुरंत प्रियांशु के परिजनों को सूचना दी। परिवार के लोग उन्हें अस्पताल ले गए, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचने पर प्रियांशु को मृत घोषित कर दिया।
प्रियांशु के पिता सुरेश चंद्र ओझा ने बताया कि उनके बेटे का कुछ दिनों पहले पड़ोस के एक युवक से विवाद हुआ था। उन्होंने उसी युवक और उसके साथियों पर हत्या का आरोप लगाया है।
पिता ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका बेटा सपा का सक्रिय कार्यकर्ता था और कई बार अखिलेश यादव से भी मुलाकात कर चुका था। उन्होंने सपा प्रमुख से मदद की गुहार लगाते हुए कहा, “हमारी मदद करें, आपका सिपाही मर गया।”
पुलिस अधीक्षक (नक्सल) ओपी सिंह ने बताया कि परिजनों की शिकायत पर तीन लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज किया गया है। इनमें से दो आरोपियों को हिरासत में लिया गया है, जबकि तीसरे की तलाश जारी है। पुलिस ने हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें बनाई हैं।
बता दें कि प्रियांशु अपने परिवार में सबसे छोटे थे। उनके पिता सुरेश चंद्र ओझा कचहरी में मुंशी हैं, जबकि बड़े भाई इशु ओझा प्राइवेट नौकरी करते हैं। प्रियांशु भी आइस फैक्ट्री में काम करते थे। उनकी मां किरण देवी का पहले ही निधन हो चुका है।