सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई से यूपी व बिहार जाने वाले यात्रियों के लिए ट्रेन में टिकट न मिलने की समस्या नई नहीं है। वर्षों से इस समस्या से यात्री जूझ रहे हैं, लेकिन रेलवे यात्रियों को अब तक कन्फर्म टिकट नहीं दे पा रही है। समर वेकेशन में बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए मध्य रेलवे मुंबई से स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा कर दी है, लेकिन पड़ताल में पाया गया कि इसमें भी स्लीपर व थर्ड एसी में टिकट उपलब्ध नहीं हैं।
मध्य रेलवे एलटीटी – दानापुर (७ अप्रैल से लेकर ३० जून तक), एलटीटी-मऊ (६ अप्रैल से २९ जून), एलटीटी-बनारस (९ अप्रैल से २६ जून), एलटीटी-समस्तीपुर (८ अप्रैल से २४ जून), सीएसमटी-आसनसोल (७ अप्रैल से २३ जून), पुणे-दानापुर (७ अप्रैल से ३० जून), पुणे-गाजीपुर (८ अप्रैल से २७ जून तक) सहित अन्य अनारक्षित ट्रेन चला रही हैं, लेकिन यात्रियों की शिकायत है कि स्पेशल ट्रेन के स्लीपर व थर्ड एसी में ३० मई तक टिकट उपलब्ध नहीं है। बनारस जाने वाले यात्री विशाल पांडेय ने बताया कि मई में उनके घर शादी है, लेकिन टिकट नहीं मिलने से वह परेशान है। हालात यह है कि काउंटर की लाइन में खड़ा रहने के बावजूद कन्फर्म टिकट नहीं मिल पा रहा है। बता दें कि अप्रैल व मई महीने में जनरल ट्रेन में रिग्रेट दिखाई दे रहा है, वहीं स्पेशल ट्रेनों में स्लीपर व थर्ड एसी में वेटिंग है। सेकेंड एसी का टिकट लगभग ३ हजार के आसपास है, जो गरीबों के पहुंच से बाहर है।
दलालों का कब्जा
जहां आम आदमी को टिकट नसीब नही है, वहीं दलाल धड़ल्ले से टिकट बेच रहे हैं। जो स्लीपर टिकट ७००-८०० रुपए का है, वह २ हजार के ऊपर बेच रहे हैं। एक यात्री ने बताया कि मैं काउंटर टिकट की लाइन में पिछले ३ दिन से खड़ा हूं, लेकिन कन्फर्म टिकट नही मिल पा रहा है। वहीं दलाल आकर ऊंचे दाम पर टिकट खरीदने की बात करते हैं।
विमान का किराया आसमान पर
बढ़ती मांग को देखते हुए विमान के किराए भी आसमान छू रहे हैं। मुंबई से बनारस, लखनऊ व प्रयागराज का टिकट ८ हजार से १२ हजार के बीच है।