सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र राज्य मार्ग परिवहन महामंडल (एसटी) के कर्मचारियों के तबादलों में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोप अक्सर लगते रहते हैं। इस विषय पर सुधार लाने के लिए नवनियुक्त परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने घोषणा की है कि वे राज्य में एसटी कर्मचारियों तबादले अब ऑनलाइन करेंगे। इस पर महाराष्ट्र एसटी कर्मचारियो ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे दिवा-स्वप्न बताया। एसटी यूनियन नेता जितेंद्र जाधव ने बताया कि यह सरकार के मंत्री हैं, जो एसटी कर्मचारियों की मूल समस्याओं का निराकरण करने के बजाए हवाई बातें कर रहे हैं। कर्मचारियों को दिन में सपने दिखा रहे हैं।
जाधव ने कहा कि पिछली सरकार ने एसटी का दोहन किया है। राजनीतिक दबाव और हस्तक्षेप के कारण विधानसभा चुनाव में आचार संहिता से पहले १५० से अधिक प्रतिनियुक्ति पर तबादले किए गए। साथ ही, वरिष्ठता के आधार पर लगभग १२० तबादले भी किए गए। लेकिन, कई जरूरतमंद कर्मचारियों, पति-पत्नी के एकीकरण के मामलों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित कर्मचारियों के तबादले अभी तक नहीं हुए हैं। इस मामले में जमकर भ्रष्टाचार होता है। अब नए मंत्री ऑनलाइन तरीके से तबादले करने की घोषणा करके भ्रष्टाचार खत्म करने की बात कर रहे हैं।