छात्रों की संख्या से ज्यादा ड्रेस पेटियों में हैं बंद
मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल के बच्चों के ड्रेस के पैसे गड़प करने का आरोप छात्रों के अभिभावकों ने लगाया है। उमरिया जिले के सरकारी स्कूलो में छात्रों को मुफ्त में दी जाने वाली स्कूली ड्रेस में गोलमाल हुआ है। कहीं छात्रों को ड्रेस की राशि का इंतजार तो कहीं छात्र संख्या से ज्यादा ड्रेस पेटियों में बंद हैं। इसके अलावा चांदपुर स्कूल को सालों पहले ज्यादा मिली ड्रेस किसी काम की नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार, चांदपुर स्कूल के कई बच्चे ऐसे हैं, जिनके बैंक खाता में ड्रेस की रकम नहीं पहुंची। लगता है मास्टर जी ने उसमें भी गड़बड़ी कर रखी है तो दूसरी तरफ स्कूल के स्टॉक में स्कूल की कुल छात्र संख्या ११३ में से ६५ बच्चों की ड्रेस गुरु जी कई साल से सहेज कर रखे हुए हैं और कहा जा रहा है कि ये ज्यादा आ गई थी, अब उन्हें बच्चों को नहीं बांट रहे हैं।
जब इसकी जानकारी अभिभावकों तक पहुंची तो पालक संघ ने ड्रेस बांटने का दबाव बनाया। लेकिन मास्टर जी ऐसा करने की बजाय ऊपर के अधिकारियों से मार्गदर्शन मांग रहे हैं। शायद वो यह भूल रहे हैं कि ज्यादा दिनों तक ड्रेस को रखने से वो खराब होगी और किसी काम की नहीं रह जाएगी। एक अभिभावक ने आरोप लगाते हुए बताया कि विद्यालय में अभी भी लगभग ४५ सेट ड्रेस रखे हुए हैं, जो कि बच्चों को नहीं दिया गया है। इसके साथ ही जिन बच्चों के खाते में ड्रेस के पैसे आते हैं वह भी नहीं आए हैं। वहीं इस संबंध में विद्यालय के हेड मास्टर जगत नारायण सोनी ने बताया कि ड्रेस आए थे। उन्हें संबंधित छात्रों को दे देना चाहिए था, लेकिन पूर्व में जो हेड मास्टर थे। उन्होंने क्या कुछ किया है, वह सब मुझे नहीं मालूम। लेकिन मुझे चार्ज के वक्त कुछ ड्रेस दिए गए थे, वह सब ड्रेस संस्था में अभी भी रखे हुए हैं। इसके लिए भी मैंने वरिष्ठ कार्यालय में पत्र जारी कर बता दिया हूं।