सामना संवाददाता / मुंबई
प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी सस्पेंस खत्म हो गया है। भाजपा के देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री के लिए चुना गया है, लेकिन मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए विधायकों की जबरदस्त लॉबिंग शुरू है। पिछले ६ दिनों से महायुति में शामिल तीनों दलों के विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए जोरदार लॉबिंग कर रहे हैं। भाजपा गुट के विधायक देवेंद्र फडणवीस के गुडबुक में होने के साथ साथ आरएसएस के लोगों से भी फोन करवा रहे हैं तो दिल्ली में जाकर केंद्रीय नेताओं से सिफारिश करवा रहे हैं। शिंदे गुट के विधायक तो शिंदे के आसपास हैं, वे शिंदे के बेटे श्रीकांत के पास भी जाकर जुगाड़ लगा रहे हैं। हालांकि शिंदे खुद नाराज भी इसीलिए हैं कि उन्हें बंटवारे में कम विभाग मिल रहे हैं। वे १४ से अधिक मंत्रालय मांग रहे हैं लेकिन उन्हें ८ से १० विभाग मिलेंगे। अजीत पवार इन दिनों महायुति में दूसरे नंबर पर चल रहे हैं और देवेंद्र फडणवीस के सबसे करीबी बन गए हैं। उन्होंने भाजपा नेताओं का भी दिल जीत लिया है। ऐसे में उन्हें जहां ७ से ८ विभाग मिलने थे, अब उन्हें १० से १२ विभाग मिल सकते हैं। वे अपने १० से १२ लोगों को मंत्री बनवा पाएंगे।
सूत्रों की मानें तो महायुति के इस नए मंत्रिमंडल में पुराने और नए चेहरों को शामिल किए जाने की संभावना है। भाजपा, शिंदे गुट और अजीत पवार गुट के विधायक पिछले कुछ दिनों से अपने-अपने नेताओं से मुलाकात कर मंत्रिपद के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। भाजपा से मंत्री बनने के लिए संभावित नामों में चंद्रशेखर बावनकुले, आशीष शेलार, नितेश राणे, गणेश नाईक, राहुल नार्वेकर, अतुल भातखलकर, शिवेंद्रराजे भोसले, गोपीचंद पडलकर, माधुरी मिसाल का नाम शामिल हैं तो अजीत पवार गुट से धनंजय मुंडे, छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, दिलीप वलसे पाटील, अदिति तटकरे, धर्मरावबाबा आत्राम का नाम शामिल है, वहीं शिंदे गुट से दीपक केसरकर, उदय सामंत, शंभुराज देसाई, गुलाबराव पाटील को मौका मिल सकता है।
सूत्रों की मानें तो भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मंत्री पद के लिए सख्त मापदंड तय किए हैं। केंद्रीय नेताओं ने विधायकों का रिपोर्ट कार्ड मांगा है। लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन, पार्टी के प्रति निष्ठा, मंत्री पद पर उनकी पिछली कार्यशैली और विवादों से दूरी जैसे पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्री तो शपथ लेंगे, लेकिन अभी तक यह भी तय नहीं है कि मंत्री पद के लिए कितने लोग शपथ लेंगे।
पीएम मोदी भी होंगे शपथ कार्यक्रम में शामिल
महाराष्ट्र में महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह ५ दिसंबर को शाम ५:३० बजे आजाद मैदान में आयोजित होगा। इस भव्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहेंगे। देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे, जबकि २ उपमुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के नाम पर भी जल्द मुहर लगने की संभावना है।