नासा की पायलट, भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स बुच विल्मोर के साथ अंतरिक्ष में गई हुई हैं। उनके स्टारलाइनर स्पेलक्राफ्ट में खराबी आने की वजह से वापसी में देरी हो रही है, जिसके कारण लोगों को चिंता हो रही है कि सुरक्षित हैं या नहीं। अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की देरी से वापसी चिंता की बात नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आईएसएस लंबे समय तक लोगों के रहने के लिए सुरक्षित जगह है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस समय सबसे जरूरी बात यह है कि बोइंग स्टारलाइनर नामक नए ़क्रू मॉड्यूल का सही से टेस्ट किया जाए। नासा ने जानकारी दी है कि इस मिशन को ९० दिनों के लिए आगे बढ़ाया जा रहा है। इसका मतलब है कि अगले ९० दिनों तक दोनों अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर ही रहेंगे। नासा के क्रू कार्यक्रम प्रबंधक स्टीव स्टिच ने कहा कि आईएसएस लंबे समय तक रुकने के लिए सुरक्षित जगह है और हमारे पास पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं, ताकि यात्री सुरक्षित रह सकें।