सामना संवाददाता / मुंबई
सरपंच संतोष देशमुख हत्या मामले के बाद भले ही पुलिस अधीक्षक का तबादला कर दिया गया हो, लेकिन पुलिस विभाग में निचली व्यवस्था पुरानी ही है। आलम यह है कि जेल में आरोपियों को वीआईपी ट्रीटमेंट मिलता है। इसके सीसीटीवी सहित सबूत हैं। वाल्मीक कराड को चाय कौन लाता है? खाना कौन लाता है? कुछ लोगों को मटन कैसे पहुंचता है? आरोपियों को बड़ा बैग कौन लाता है? इन सबके सबूत हैं। इस तरह का आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक सुरेश धस ने कहा कि इसमें लिप्त कर्मचारियों को निलंबित किया जाए। साथ ही दो महीने पहले के सीडीआर की जांच की जानी चाहिए। इस तरह की मांग ग्रामीणों की है।
बीड के मस्साजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मामले को दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन इस मामले का एक आरोपी कृष्णा आंधले अभी भी फरार है। संतोष देशमुख हत्या मामले में न्याय दिलाने के लिए बीड के मस्साजोग के ग्रामीण एक बार फिर एकजुट हुए हैं। इसके तहत २५ तारीख को मस्साजोग के ग्रामीण अनशन करेंगे। इस पृष्ठभूमि में भाजप विधायक सुरेश धस ने मस्साजोग में देशमुख परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने देशमुख परिवार के साथ ग्रामीणों से चर्चा की। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए सुरेश धस ने संतोष देशमुख मामले पर विस्तार से बात की। धस ने कहा कि इस मामले में महाजन और पाटील अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए। साइबर सेल के दो विशेषज्ञों को एसटी में नियुक्त किया जाए। आरोपियों के फोन से कॉल किस-किस को हुए हैं? इसकी जांच होनी चाहिए। पिछले दो महीने के सीडीआर की जांच होनी चाहिए। पुलिस अधिकारी महाजन की बीड में नियुक्ति है, उनका काम केज पुलिस स्टेशन में कैसे चलता है? इन दोनों पुलिसकर्मियों पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।
ग्रामीणों ने रखी आठ मांगें
चार्जशीट दाखिल करने से पहले ग्रामीणों ने ८ मांगें रखी हैं। पुलिसकर्मियों की भी जांच करें। नितीन बिक्कड ने धनंजय मुंडे के निवास पर बैठक की। वह आरोपी वैâसे नहीं हो सकता? आरोपियों को फरार कराने में उसका हाथ है। सोमवार तक मांगें पूरी हुर्इं तो ग्रामीणों का विश्वास बढ़ेगा। धस ने कहा कि ये मांगें मैं मुख्यमंत्री के कानों तक पहुंचाऊंगा। जेल प्रशासन के संदर्भ में भी ग्रामीणों ने मांगें रखी हैं।
उज्ज्वल निकम की करें नियुक्ति
धस ने कहा कि कृष्णा आंधले बहुत चालाक है। आरोपियों का मनोबल बढ़ाने के लिए लोग अदालत में आते हैं। कृष्णा आंधले की गिरफ्तारी जरूरी है। रमेश घुले, दत्ता बिक्कड, दिलीप गीते, गोरख फड के सीडीआर की जांच कर उन्हें सह आरोपी बनाएं। सरकारी वकील के रूप में उज्ज्वल निकम की नियुक्ति की जानी चाहिए। साथ ही यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में ही चलाना होगा।