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मेडिकल कॉलेज में नकली दवाओं की सप्लाई …ढाई वर्ष तक स्वास्थ्य मंत्री ने क्या किया? …शिवसेना ने महायुति सरकार पर साधा निशाना

सामना संवाददाता / मुंबई
बीड जिले के अंबाजोगाई स्थित स्वामी रामानंद तीर्थ रूरल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नकली दवाइयों का खुलासा हुआ है। इस मामले का जाल भिवंडी से लेकर गुजरात के सूरत तक पाया गया है। इसे लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के विधायक सुनील प्रभु ने महायुति सरकार और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत की कड़ी आलोचना की है।
सुनील प्रभु ने कहा कि ढाई वर्ष तक स्वास्थ्य मंत्री रहने के बावजूद तानाजी सावंत ने नकली दवाइयों के इस रैकेट को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया। यह मामला बेहद गंभीर है और इसमें मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया गया है।
सुनील प्रभु ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मांग की है कि नकली दवाइयों का निर्माण करने वाली कंपनियों के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज कर उन्हें निलंबित किया जाए। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या ठाणे-भिवंडी से जुड़ी कंपनियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है? मीडिया से बातचीत के दौरान सुनील प्रभु ने कहा कि नकली दवाइयां बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह इस रैकेट को खत्म करे और दोषियों को सख्त सजा दिलाए। इस मामले में ठाणे-भिवंडी कनेक्शन के साथ गुजरात के सूरत तक नकली दवाओं की आपूर्ति का मामला सामने आया है। इस घटना ने राज्य में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली और नकली दवाइयों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

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