सामना संवाददाता / बदलापुर
एक समय सुचारु रूप से विकसित हो रहा बदलापुर अब बदहाल होता दिखाई दे रहा है। शहर में हो रहे अंधाधुंध सड़क खुदाई कार्य और प्रशासन की लापरवाही ने नागरिकों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। कभी केबल लाइन, कभी गैस पाइपलाइन, तो कभी कैमरा लगाने के नाम पर बदलापुर की सड़कों को बार-बार खोदा जा रहा है, लेकिन मरम्मत की सुध कोई नहीं लेता।
बदलापुर स्टेशन से न्यू डीपी रोड, घोरपडे चौक, बदलापुर-पूर्व स्टेशन परिसर से लेकर कर्जत महामार्ग तक की सड़कों की हालत खस्ताहाल है। पिछले तीन सालों से इन रास्तों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। खोरपडे चौक से स्टेशन तक महानगर गैस विभाग ने खुदाई की थी, परंतु आज तक किनारे के खड्डों को नहीं भरा गया। अब तीसरा मानसून आने को है, और पानी भरने के कारण सड़कें जानलेवा बनती जा रही हैं।
शहर की इस दुर्दशा को देखते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के युवा नेता स्वप्नीलराजे शिंदे ने नगर परिषद प्रशासन को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अगर जल्द से जल्द टूटी और खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत नहीं की गई तो शिवसेना स्टाइल में नगर परिषद मुख्यालय के सामने जोरदार आंदोलन छेड़ा जाएगा।
शिंदे ने कहा, “बदलापुर में कोई न कोई काम चालू रहता है – कभी MGP पाइपलाइन, कभी केबल, कैमरा या नेट डालने का कार्य। मगर खुदाई के बाद सड़क की मरम्मत नहीं होती, जिससे आम जनता की जान को खतरा है। रोजाना बाइकर्स फिसल रहे हैं, रिक्शा चालकों और पैदल चलने वालों को भारी परेशानी हो रही है।”
उन्होंने प्रशासन से तीखे सवाल भी पूछे:
-खोदे गए इन ‘मौत के खड्डों’ की मरम्मत की जिम्मेदारी किसकी है?
-ऐसे घटिया और अधूरे काम करने वालों पर नकेल कौन कसेगा?
-क्या नपा के सार्वजनिक विभाग में कार्यरत लोग सिर्फ वेतन और कथित रिश्वत खाने के लिए बैठे हैं?
स्वप्नीलराजे शिंदे ने स्पष्ट किया कि जनता की समस्या को नजरअंदाज करना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर प्रशासन ने जल्द कदम नहीं उठाए, तो वह शिवसेना के अंदाज़ में सड़कों पर उतरेंगे और नपा मुख्यालय पर मोर्चा निकालकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
शहरवासियों की उम्मीद अब यही है कि प्रशासन जागे और बदलापुर की टूटी सड़कों को जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए, ताकि आने वाले मानसून में यह शहर फिर से न डूबे — खड्डों और अनदेखी में।