-२,२७८ हुए संक्रमित…मुंबई में सबसे ज्यादा मरीज
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में मौसमी बीमारियों के साथ-साथ संक्रामक स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या भी इस साल बढ़ी है। आलम यह है कि राज्य में स्वाइन फ्लू लोगों का दम निकाल रहा है। नागपुर में सबसे ज्यादा २६ समेत राज्य में अब तक स्वाइन फ्लू से ५६ मौतें हो चुकी हैं। अकेले सितंबर से अक्टूबर के बीच २६ मौतें दर्ज हुई हैं। दूसरी ओर प्रदेश में स्वाइन फ्लू के कुल २,२७८ केस मिले हैं, इनमें मुंबई में मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। फिलहाल, गनीमत यह है कि मुंबई में इससे किसी की मौत की खबर नहीं है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में स्वाइन फ्लू का प्रकोप बढ़ा है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, जून तक मरीजों की संख्या नियंत्रण में थी। जून तक केवल १५ मरीजों की मौत हुई थी, जबकि ४३२ लोग संक्रमित हुए थे, लेकिन मानसून के कारण मरीजों की संख्या तीन गुना बढ़ गई है। २८ अगस्त तक स्वाइन फ्लू से १,४४२ मरीज संक्रमित हुए और ३० लोगों की मौत हुई, लेकिन पिछले दो महीने में ८३६ नए मरीज मिले हैं और २६ मौतें हुई हैं। अधिकारियों के मुताबिक अब स्वाइन फ्लू को लेकर अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। स्वाइन फ्लू के सबसे ज्यादा ७५६ मरीज मुंबई में, ३६० मरीज पुणे में, २७४ मरीज ठाणे में, २४९ मरीज कोल्हापुर में और नासिक में २७० मरीज मिले हैं। इन जिलों में कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। इसी तरह नागपुर में ११५ मरीज मिले, जिसमें से २६ की मौत हो चुकी है। इसी तरह छत्रपति संभाजीनगर में ९६, नगर में ३३ और सातारा में २३ मरीज मिले हैं।
देश में भी बढ़े मामले
देश में मानसून के बाद स्वाइन फ्लू के मरीजों में बढ़ोतरी देखी गई। इसमें पिछले कुछ महीनों में झारखंड, दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, मिजोरम राज्यों में स्वाइन फ्लू के कई मामले सामने आए हैं। अधिकतर लोग कोविड की जांच कराने के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि स्वाइन फ्लू और कोविड के लक्षण एक जैसे होने से लोगों में भ्रम बढ़ रहा है।