अजय भट्टाचार्य
बिहार की गोपालगंज लोकसभा सीट के लिए २५ मई को मतदान होगा। यहां राजग की तरफ से प्रत्याशी जदयू सांसद डॉ. आलोक कुमार सुमन और महागठबंधन से प्रत्याशी वीआईपी के प्रेमनाथ चंचल पासवान इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। एआईएमआईएम से दीनानाथ मांझी, बसपा से संजीत राम समेत कुल ११ प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इन सबमें निर्दलीय उम्मीदवार सत्येंद्र बैठा चर्चा के केंद्र में हैं। उनके चुनावी काफिले में गधों की फौज नजर आती है। चुनाव प्रचार के दौरान नेताजी के गले में खिलौने वाली कार की माला होती है। नेताजी गधे पर बैठकर चुनाव प्रचार में निकलते हैं। उनके साथ रहने वाले समर्थक भी पीछे-पीछे गधे पर बैठकर चलते हैं। पूरे जिले में उनके इस अनोखे चुनाव प्रचार की चर्चा हो रही है। इस बारे में बैठा का कहना है कि गधे से ही मैंने अपना नामांकन दाखिल किया था और गधा से ही प्रसिद्ध हुआ, इसलिए मैंने इससे ही चुनाव प्रचार करने का पैâसला लिया। दर्जनों गधों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं और उनसे वोट मांग रहे हैं। जनता का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जनता कह रही है कि वो गधे से चुनाव प्रचार करने वाले नेता को ही वोट देंगे। कुचायकोट प्रखंड स्थित शामपुर गांव के रहने वाले पूर्व जिला पार्षद सत्येंद्र बैठा तीसरी बार निर्दलीय रूप से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
एक वोटर, आठ मतदान
एक वायरल वीडियो ने उत्तर प्रदेश की सियासत में उबाल ला दिया है। वीडियो में एक युवक ८ बार से अधिक फर्रुखाबाद से भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत को वोटिंग करता नजर आ रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने वीडियो को एक्स पर साझा कर भाजपा और चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। अखिलेश ने वीडियो शेयर कर पोस्ट के वैâप्शन में लिखा है कि अगर चुनाव आयोग को लगे कि गलत हुआ है तो कार्रवाई जरूर करे। उन्होंने आगे लिखा कि भाजपा की बूथ कमेटी नहीं, लूट कमेटी है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा लोकतंत्र को लूटने के लिए सरकारी तंत्र पर दबाव बनाकर जनादेश को कमजोर करना चाहती है। उन्होंने आगे लिखा कि कांग्रेस चुनाव ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारियों से अपेक्षा करती है कि वे सत्ता के दबाव में अपनी संवैधानिक जिम्मेदारियां नहीं भूलें। इस पर राज्य चुनाव आयोग ने कहा कि उसने वायरल वीडियो का संज्ञान लिया है और संबंधित जिला अधिकारी को त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इससे पहले भी मध्य प्रदेश के भोपाल लोकसभा सीट के बैरसिया में मतदान केंद्र पर भाजपा नेता के एक नाबालिग बेटे के वोट डालने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। ताजा मामले में फर्रुखाबाद के जिलाधिकारी आयुष चौधरी ने बताया कि वीडियो में दिख रहे शख्स पर भी कार्रवाई की जा रही है।
अपने राज्य संभालो
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को आईना दिखा दिया है। इन मुख्यमंत्रियों में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी शामिल हैं, जो ओडिशा में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने ओडिशा को नंबर एक राज्य बनाने के पार्टी के वादे को दोहराया था। इससे पहले भाजपा के प्रचारक नंबर एक से लेकर हर छोटा-बड़ा प्यादा तक ओडिशा को अव्वल नंबर सूबा बनाने का जुमला फेंक चुका था। पटनायक ने कहा कि ओडिशा पर टिप्पणी करने से पहले हिमंत और उनके साथियों को अपने राज्यों को देखना चाहिए। एक वीडियो संदेश में नवीन ने कहा, `वे बहुत सारे वादे कर रहे हैं, जिनमें ओडिशा को देश का नंबर एक राज्य बनाना भी शामिल है, लेकिन राज्य के लोग उन पर हंस रहे हैं।’ उन्होंने भाजपा के मुख्यमंत्रियों को पहले अपने राज्यों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। विशेष रूप से अपने भाषणों में आक्रामक रहने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा पर कटाक्ष करते हुए नवीन ने कहा, `असम का प्रति व्यक्ति घाटा ओडिशा की तुलना में दोगुना है। असम के मुख्यमंत्री को वास्तव में अपने राज्य के मामलों पर ध्यान देना चाहिए। यह दूसरी बार है, जब मुख्यमंत्री ने दो दिनों ़के दौरे पर आए भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लिया है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि कुछ मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री केवल चुनाव के समय राजनीतिक पर्यटक के रूप में ओडिशा आते हैं। उनके भाषणों का राज्य की जनता पर कोई असर नहीं होता।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)