अजय भट्टाचार्य
प्रतापगढ़ के सांसद संगम लाल गुप्ता को एक बार फिर विश्वास जताते हुए चुनावी मैदान में उतारा है। केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने पट्टी इलाके में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में रैली की। इस दौरान संगम लाल गुप्ता ने जनसभा को संबोधित करते हुए विलाप मुद्रा में आ गए। उन्होंने रोते हुए जातिगत दर्द बयां किया कि वे तेली समुदाय से आते हैं, इसलिए उनका विरोध हो रहा है। क्या राजाओं के गढ़ में सिर्फ राजपूत ही सांसद बन सकता है? क्या कोई तेली लोकसभा सदस्य नहीं बन सकता है? उन्होंने २०१९ से लेकर अब तक किसी का अपमान नहीं किया। भाजपा उत्तर प्रदेश की सभी ८० सीटों पर जीत का दावा कर रही है। प्रतापगढ़ लोकसभा सीट पर छठे चरण में २५ मई को वोट डाले जाएंगे। इस सीट पर संगम लाल गुप्ता, सपा प्रत्याशी डॉ. एसपी सिंह पटेल और बसपा उम्मीदवार प्रथमेश मिश्रा के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। गुप्ता के रोने का कारण अगर प्रतापगढ़ की राजनीति के सिरमौर कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया से जुड़ा है। सभी राजनीतिक पार्टियों ने राजा भैया को अपनी ओर लाने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने किसी भी पार्टी को समर्थन देने से मना कर दिया। राजा भैया ने लोगों से कहा कि वे अपने विवेक और पसंद के उम्मीदवार को वोट दें। मतलब साफ है गुप्ता जी को हार का खतरा है।
जगन्नाथ के भगवान मोदी!
बस अब कोई मठाधीश, धर्मगुरु की जरूरत है जो डंकापति को भगवान का भी भगवान घोषित कर दे, ताकि भारत भूमि पर भक्तों की नवप्रजाति अपने भगवान की जयंती वगैरह मना सके। ओडिशा में लोकसभा चुनाव के पांचवें और विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के दौरान पत्रकारों से बात करते भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक नया रहस्योद्घाटन किया, जिसे सुनकर न केवल ओडिशा बल्कि देशभर में भगवान जगन्नाथ के भक्तों में गुस्सा है। राज्य की संस्कृति के बारे में बोलते हुए संबित पात्रा ने कहा, `भगवान जगन्नाथ प्रधानसेवक मोदी के भक्त हैं।’ इस टिप्पणी पर विपक्ष की तीखी प्रतिक्रिया भी सामने आई है। विपक्ष ने इसे ओडिशा `अस्मिता’ (गौरव) पर सीधा हमला बताया। संबित पात्रा के मुताबिक, `मोदी के भक्त जगन्नाथ हैं’… यह उड़िया अस्मिता पर सीधा हमला है। हम चाहते हैं कि संबित राष्ट्रीय मीडिया और ओडिशा के प्रत्येक नागरिक के सामने हाथ जोड़कर माफी मांगें आपको अपनी भाषा पर ध्यान देना चाहिए।’ मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भगवान जगन्नाथ का अपमान करने के लिए संबित पात्रा की आलोचना की और कहा कि भाजपा नेता की टिप्पणी ने करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है। लोगों के महाप्रभु श्रीजगन्नाथ ब्रह्मांड के भगवान हैं। महाप्रभु को दूसरे मनुष्य का भक्त कहना भगवान का अपमान है। पटनायक ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, इससे भावनाएं आहत हुई हैं और दुनियाभर में करोड़ों जगन्नाथ भक्तों और उड़िया लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है। पात्रा की टिप्पणी उस दिन आई जब मोदी ने खुद भगवान जगन्नाथ मंदिर (पुरी में भगवान श्रीजगन्नाथ) में प्रार्थना की। कंफ्यूजन है बाबा! जो बंदा खुद जगन्नाथ के सामने करबद्ध मुद्रा में खड़ा प्रार्थना कर रहा हो, उसी का छर्रा उसे जगन्नाथ का भगवान बता रहा है। हाई-वोल्टेज चुनाव के बीच आए संबित पात्रा के बयान पर सत्तारूढ़ बीजद और कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हैं।
डिनर पर चर्चा
२०१४ में भाजपा ने आम मतदाताओं तक पहुंचने के लिए अपना `चाय पर चर्चा’ अभियान चलाया था। इस बार कुछ केंद्रीय मंत्री `डिनर पर चर्चा’ पहल के साथ नागरिकों की एक `विशेष’ श्रेणी तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। रविवार की रात केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी और राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भाजपा के `विशेष संपर्क अभियान’ के एक हिस्से के रूप में पुरी के आवास पर लगभग २५० मेहमानों की मेजबानी की। अतिथियों में सेवानिवृत्त रक्षा सेवा प्रमुख, सेवानिवृत्त उच्च न्यायालय न्यायाधीश, पूर्व नौकरशाह और पूर्व राजनयिक शामिल थे। यह पता चला है कि मंत्री ने मेहमानों को पिछले १० वर्षों में मोदी सरकार द्वारा किए गए कार्यों और २०४७ के लिए पार्टी के दृष्टिकोण के बारे में जानकारी दी।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं स्तंभकार हैं तथा व्यंग्यात्मक लेखन में महारत रखते हैं।)