मुख्यपृष्ठखबरेंतड़का : तुम तो धोखेबाज हो

तड़का : तुम तो धोखेबाज हो

कविता श्रीवास्तव

`तुम तो धोखेबाज हो, वादा करके भाग जाते हो, रोज-रोज मोदीजी तुम ऐसा करोगे, जनता रूठ जाएगी तो हाथ मलोगे।’ फिल्मी गाने की तर्ज पर इस तरह का तंज तेजस्वी यादव ने कसा तो जोरदार ठहाके गूंज उठे और यह गाना सुनाकर उन्होंने खूब तालियां बटोरीं। उन्होंने मोदी की गारंटी को चाइनीज माल बताया तो खूब ठहाके लगे। नई दिल्ली के रामलीला मैदान पर `इंडिया’ महागठबंधन की रैली में बेरोजगारी, महंगाई, तानाशाही जैसे अनेक मुद्दे उठाते हुए `इंडिया’ गठबंधन के नेताओं ने लोगों की नाराजगी का सारा ठीकरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिर फोड़ा और आम जनता से संविधान व लोकतंत्र बचाने के लिए सक्रिय होने का आह्वान किया। यह कोई साधारण रैली नहीं थी। इस रैली ने देश में नफरत की राजनीति और अंदरूनी हालात भी प्रस्तुत किया। यह समझना जरूरी है कि जब देश को यह लगने लगे कि सारी सरकारी संस्थाएं निजी हाथों में सौंपी जा रही है। रोजगार के रास्ते बंद होते जा रहे हैं। महंगाई की रोकथाम सत्ता के हाथ में ही नहीं रहे। किसानों को अपनी बात कहने नहीं दी जाए। उन्हें अपने ही देश की राजधानी में घुसने से रोका जाए। विरोध का सामना करने का साहस तक सत्ता पक्ष में नहीं रहे। विरोधी नेताओं को विभिन्न एजेंसियों के जरिए झूठे मामलों में फंसाकर जेलों में ठूंसा जाए। अपने साथ खड़े लोगों को `क्लीन चिट’ बांटी जाए तो समझ लेना चाहिए कि तानाशाही हावी है। यही तो निरंकुशता है। कुछ ऐसी ही बातें `इंडिया’ गठबंधन के बड़े नेताओं ने एक मंच से कहीं। दूसरी ओर जिस नारी शक्ति को भाजपा अपना ढाल बनाती है, वही नारी शक्ति अब खुलकर चुनौती दे रही है। यदि अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन को सलाखों के पीछे डालकर उनकी आवाज चुप करने की कोशिशें हुई है तो उन्हीं की पत्नियों ने मोर्चा थाम लिया है। `इंडिया’ गठबंधन की रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने जबरदस्त हुंकार भरी और `नारी शक्ति’ का दम दिखाकर वर्तमान सत्ताधारियों को चुनौती दी है। सुनीता केजरीवाल ने भावुक अंदाज में लोगों से अन्याय के खिलाफ लड़ने की अपील की। कल्पना सोरेन ने कहा कि `इंडिया झुकेगा नहीं, इंडिया रुकेगा नहीं।’ उन्होंने मतदान में अपनी उंगली का इस्तेमाल तानाशाही के खिलाफ करने का आह्वान किया। सुनीता केजरीवाल और कल्पना सोरेन जैसी महिलाओं ने शेरनियों की तरह दहाड़ लगाई है। उन्होंने न सिर्फ अपने पतियों की जगह मंच संभाला, बल्कि देशवासियों को भावुकता पर भ्रमित होने की बजाए मुद्दों पर संघर्ष का साहस भी दिया है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के नेता उद्धव ठाकरे के आह्वान पर उपस्थित लाखों ने `अबकी बार, भाजपा तड़ीपार…’ का नारा दिल्ली में गुंजायमान किया। राहुल गांधी, शरद पवार, अखिलेश यादव व सभी विरोधी दलों के नेता एक साथ खड़े दिखे। जानकार कहते हैं कि यदि इसी तरह की रैलियां पूरे चुनाव में होती रहीं तो इस बार भाजपा की विदाई भी संभव है।

अन्य समाचार