एम एम सिंह
क्या इसे सुनकर आपको आश्चर्य नहीं होगा कि एक फिल्म की नायिका जब यूरोप के देश एस्टोनिया की राजधानी तेलिन में आयोजित होनेवाले ‘तेलिन ब्लैक नाइट्स फिल्म फेस्टिवल’ में शामिल होने अपने नायक और डायरेक्टर के साथ पहुंची तब भी उनका दिल अपनी भैंस के लिए धड़क रहा था! क्योंकि उनकी भैंस प्रेग्नेंट थी और इस वक्त भैंस को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। हालांकि, जब वह हिंदुस्थान से निकलीं तो उनकी बेटी ने उस भैंस की देखभाल करने जिम्मेदारी लेकर अपनी माता को कन्विंस कर लिया था।
अब आप जरूर सोच रहे होंगे कि आखिर ये नायिका कौन हैं? यह है ८० वर्षीय हीरा देवी और उनके नायक हैं पद्म सिंह… और फिल्म का नाम है ‘पायर’। इस साल भारत से फिल्म ‘पायर’ को फिल्म गाला वैâटेगरी में प्रदर्शित किया गया। यह दो बुजुर्गों की प्रेम कहानी है। उत्तराखंड के सुदूर पहाड़ों में स्थापित ‘पायर’ में ८० वर्षीय गैर-पेशेवर कलाकारों पद्म सिंह और हीरा देवी मुख्य किरदारों में हैं। फिल्म की सबसे खास बात यह है कि इसके दोनों मुख्य कलाकार पद्म सिंह और हीरा देवी बुजुर्ग और स्थानीय हैं और दोनों ने ही कभी इससे पहले वैâमरा या फिल्म नहीं देखी थी।
फिल्म ‘पायर’ एक सच्ची कहानी से प्रेरित है, जो राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता और निर्देशक विनोद कापड़ी को २०१७ में मुनस्यारी के एक गांव में मिले एक बुजुर्ग जोड़े की कहानी है। उत्तराखंड से लगातार पलायन के कारण वीरान हो चुके भूतहा गांवों की पृष्ठभूमि में यह जोड़ा मौत का इंतजार कर रहा था, लेकिन एक-दूसरे के लिए उनके प्यार ने विनोद के दिल पर इतनी गहरी छाप छोड़ी कि उन्होंने इस फिल्म को बनाने का पैâसला कर लिया।
तेलिन ब्लैक नाइट्स में अपने विश्व प्रीमियर के बाद फिल्म ‘पायर’ अगले साल के अंत में भारत में रिलीज होने से पहले अपने फेस्टिवल रन पर होगी। बता दें कि आशा देवी ने फिल्म में काम करने से इसलिए इनकार कर दिया था क्योंकि उन्हें इस बात की चिंता थी कि जब वो शूटिंग पर चली जाएंगी तो उनकी भैंस की देखभाल वैâसे होगी?