पश्चिम हिंदुस्थान में पहली बार हुआ ऑपरेशन
सामना संवाददाता / मुंबई
नई मुंबई के टाटा कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों ने ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी को नए तरीके से अंजाम दिया है। इसमें पहली बार जानवरों की खाल का उपयोग करके इसे पूरी तरह से कोशिकामुक्त किया गया, जिसमें इम्प्लांट रखा जाता है। केवल कोलेजन यानी उसमें प्रोटीन रखा गया है। कुछ समय बाद इसमें मरीजों की कोशिकाएं तैयार होती हैं। इतना ही नहीं ब्रेस्ट सर्जरी के बाद स्तन पहले की तरह सामान्य दिखने लगता है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि इस तरह की सर्जरी पश्चिमी हिंदुस्थान में पहली बार की गई है। साथ ही पुरानी पद्धति की सर्जरी की तुलना में यह सर्जरी मरीजों के लिए फायदेमंद है।
उल्लेखनीय है कि हिंदुस्थान में हर साल १,७८,००० महिलाओं को स्तन कैंसर होता है। कई बार डॉक्टर सर्जरी के जरिए कैंसर की गांठ को हटा देते हैं। लेकिन कई मामलों में पूरा स्तन ही निकालना पड़ता है। ऐसे मामलों में डॉक्टर मरीज की पीठ, पेट के निचले हिस्से से कुछ वसा और त्वचा को हटाकर स्तन का पुनर्निर्माण करते हैं। हालांकि, इस प्रक्रिया में कई बाधाएं आती हैं। ब्रिटेन के वरिष्ठ ब्रेस्ट सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. अमर देशपांडे ने मरीज की नए तरीके से ब्रेस्ट रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी की।