सामना संवाददाता / मुंबई
छत्रपति संभाजीनगर में खराब सड़कों से शिक्षकों को आवागमन में काफी परेशानी होती थी। इसलिए शिक्षकों ने छात्रों को मजदूर बनाकर सड़क के पूरे गड्ढे भरवा दिए। इस तरह का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद अभिभावकों ने आपत्ति दर्ज कराई है। इसके अलावा अन्य लोगों ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शिक्षकों पर गुस्सा जाहिर किया है।
संभाजीनगर के गंगापुर तालुका के धोरेगांव से भोलेगांव तक सड़क पर बड़ी संख्या में गड्ढे हैं। इन गड्ढों के कारण बाइक से आने जाने वाले शिक्षकों को परेशानी हो रही थी। इन सब परेशानियों से बचने के लिए टीचर्स ने प्रशासन से शिकायत करने की बजाय छोटे-छोटे बच्चे से गड्ढे भरवा दिए। इसका एक वीडियो इन दिनों काफी वायरल हो रहा है। बच्चे पेंधापुर के जिला परिषद स्कूल में पढ़ते हैं, जो पहली से सातवीं क्लास तक का स्कूल है।
इन्हें पढ़ाने के लिए स्कूल में छह टीचर्स और चार महिला टीचर्स कार्यरत हैं। बच्चों से गड्ढे भरवाने की वीडियो आने के बाद स्थानीय लोग स्कूल प्रशासन और टीचर्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। बच्चों के अभिभावकों का कहना है कि बच्चों को स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा था, लेकिन उन्हें पढ़ाने की जगह सड़क पर काम करवाना बहुत ही गलत है. सड़क पर गाड़ियां आती-जाती रहती है, बच्चों को सड़क पर ले जाने से बड़ा हादसा हो सकता था।
टीचर्स ने दी सफाई
बच्चों से गड्डे भरवाने वाले टीचर्स पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, इस पूरे मामले को लेकर शिक्षकों का कहना है कि यह प्रशासन के लिए सीख और बच्चों के लिए सीखने की एक्टिविटी थी। वायरल वीडियो में बच्चे बोरी और प्लास्टिक की परातों के सहारे गड्डों में पत्थर भरते हुए नजर आ रहे हैं।