गोवंडी। शताब्दी अस्पताल के निजीकरण के विरोध में म्युनिसिपल मजदूर यूनियन द्वारा थाली नाद आंदोलन आयोजित किया गया। इस आंदोलन में स्थानीय सामाजिक क्षेत्र के मंडलियों ने भी भाग लिया और सरकार को जागरूक करने का प्रयास किया।
इस मौके पर म्युनिसिपल मजदूर यूनियन के अध्यक्ष अशोक जाधव, सचिव वामन कविस्कर, सहसचिव शैलेंद्र खानविलकर, सुशील कांबले चिटनीस, मुसा शेख सहित कई अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे। आंदोलन में शताब्दी अस्पताल के निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाने वालों ने जोर दिया कि यह कदम स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
आंदोलन की शुरुआत करने वालों में संत गाडगे महाराज आंदोलन के अध्यक्ष राजेंद्र नगराले और राष्ट्रवादी कांग्रेस के तालुका अध्यक्ष दीपक सावंत प्रमुख थे। इसके अलावा अस्पताल के कर्मचारी, मरीज और उनके परिजन भी इस आंदोलन में शामिल हुए, जिन्होंने निजीकरण के खिलाफ अपने विरोध का इज़हार किया।
आंदोलनकारियों ने सरकार से मांग की कि शताब्दी अस्पताल का निजीकरण रोककर इसे सार्वजनिक सेवा के रूप में ही जारी रखा जाए, ताकि गरीब और मिडिल क्लास परिवारों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
यह आंदोलन गोंवडी क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मोड़ ले सकता है, क्योंकि लोगों का कहना है कि शताब्दी अस्पताल उनके लिए एकमात्र सरकारी स्वास्थ्य सेवा का स्रोत है।