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नए साल में महायुति सरकार के सामने चुनौती … सरकारी खजाना है खाली … …तो रफ्तार से कैसे पूरा करेगी बुनियादी ढांचा

सिरदर्द साबित होंगे मुंबई के इंफ्रा प्रोजेक्ट
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में महायुति सरकार का गठन हो चुका है। हालांकि, बीतते पुराने साल के साथ ही आ रहे नए साल में महायुति सरकार के सामने कई चुनौतियां खड़ी हो सकती हैं। इस सरकार के सामने मुंबई समेत महाराष्ट्र में बुनियादी ढांचों के निर्माण में गति लाना सबसे बड़ी चुनौती है, क्योंकि मौजूदा सरकार में सरकारी खजाना खाली हो चुका है। ऐसे में इन योजनाओं के निर्माण में बाधा पैदा हो सकती हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा मुंबई के इंप्रâा प्रोजेक्ट सिरदर्द साबित हो सकते हैं। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि आखिरकार यह सरकार इन योजनाओं को वैâसे पूरा करेगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य में ज्यादा से ज्यादा निवेश लाना है तो यह आवश्यक है कि संचार व संरचना नेटवर्क अच्छा हो। नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग इसका एक अच्छा उदाहरण है। हालांकि, ऐसी कई बड़ी परियोजनाओं को शीघ्रता से क्रियान्वित करने की आवश्यकता है। वह चाहे पुणे रिंग रोड परियोजना हो, नागपुर-गोवा शक्तिपीठ महामार्ग हो, मुंबई में बांद्रा से विरार कोस्टल रोड हो, विरार-अलीबाग कॉरिडोर, मुंबई-गोवा महामार्ग हो या प्रस्तावित पुणे-बैंगलोर एक्सप्रेसवे हो, इन सभी परियोजना को यथाशीघ्र जनता के लिए उपलब्ध कराने की आवश्यकता है, लेकिन इन सभी परियोजनाओं का काम फंड की कमी के कारण धीमी गति से होने की जानकारी सामने आ रही है। जानकारों की मानें तो जहां तक ​​मुंबई-पुणे की बात है तो सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में तेजी से सुधार की जरूरत है। मुंबई में कई मेट्रो लाइनों पर काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। यही मुद्दा पुणे में भी लागू होता है इसलिए नगर विकास, एमएमआरडीए और एमएसआरडीसी जैसे विभागों को अत्यधिक कुशल और दूरदर्शी तरीके से काम करने की जरूरत है, लेकिन यह होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है।

मुंबई और महाराष्ट्र की हैं ये परियोजनाएं
बारसू रिफायनरी, छत्रपति संभाजीनगर, जालना जिले में विस्तारित एमआईडीसी, नागपुर-गोवा शक्तिपीठ महामार्ग, कृषि समृद्धि केंद्र, जालना-नांदेड एक्सप्रेसवे, पुणे रिंग रोड, पुणे-शिरूर उन्नत मार्ग, पुणे-छत्रपति संभाजीनगर एक्सप्रेसव, पुणे-बैंगलोर एक्सप्रेसव, सूरत-सोलापुर एक्सप्रेसव, मुंबई-नागपुर समृद्धि महामार्ग, पुणे-नाशिक एक्सप्रेसवे, मुंबई में वाढवण बंदरगाह, नई मुंबई एयरपोर्ट, इससे सटकर बनने वाला अटल सेतु को जोड़नेवाला निर्माणाधीन कोस्टल रोड, मुंबई और नई मुंबई एयरपोर्ट को जोड़नेवाला मेट्रो मार्ग, अटल सेतु मुंबई-पुणे एक्सप्रेसव से जोड़नेवाला ‘कनेक्टर’, विरार-अलीबाग कॉरिडॉर, बांद्रा-विरार कोस्टल रोड, समृद्धि महामार्ग का प्रलंबित चरण, ठाणे के घोडबंदर रोड पर ट्रैफिक को कम करने के लिए बालकुम से ओवला कोस्टल रोड, ठाणे-भिवंडी-कल्याण मेट्रो, समर्थ नगर-कांजुरमार्ग मेट्रो, वडाला से ठाणे मेट्रो, मानखुर्द से ठाणे प्रâीवे, ठाणे शहर में अंतर्गत मेट्रो जैसी परियोजनाओं पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

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