सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है, पर भाजपा और शिंदे गुट में सीटों के बंटवारे का पेच फंसा हुआ है। हालत यह है कि सीटों को लेकर दोनों के बीच हर दिन तकरार बढ़ती जा रही है। बात यहां तक पहुंच चुकी है कि सीट और टिकट न मिलने की सूरत में कई नेता बगावत की धमकी भी दे रहे हैं। ऐसे में भाजपा के सामने परेशानी खड़ी हो गई है। जानकारों के अनुसार फिलहाल भाजपा को यह समझ में नहीं आ रहा है कि शिंदे गुट के नेताओं के इन बगावती तेवरों से वैâसे निपटा जाए।
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गौरतलब है कि महाराष्ट्र की ४८ लोकसभा सीटों को लेकर एनडीए में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। राज्य में बड़े भाई की भूमिका निभाने वाली भाजपा ३० सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और बची हुई १८ सीटों में शिंदे गुट को १२ और दादा गुट को ६ सीट देना चाहती है। लेकिन शिंदे गुट २२ सीटों की मांग पर अड़ा हुआ है, जिसको लेकर दोनों के बीच तकरार हो रही है। यह तकरार इतनी बढ़ गई है कि एकनाथ शिंदे गुट के नेता आनंदराव अडसूल, सांसद गजानन कीर्तिकर और पूर्व मंत्री रामदास कदम खुलकर प्रमुख सीटों की डिमांड कर रहे हैं और यहां तक कह रहे हैं कि अगर उनकी सीट भाजपा के खाते में जाती है तो फिर वे अपने क्षेत्रों में भाजपा के उम्मीदवारों के लिए प्रचार नहीं करेंगे। इस तरह वे बगावती मूड में आ चुके हैं। इस बगावती तेवर के पीछे वजह यह है कि शिंदे गुट की सीटें भाजपा के हिस्से में जा रही हैं। इस कारण शिंदे गुट के नेता चिंतित हैं। इसीलिए पार्टी ने आक्रामक रुख अपना रखा है, जिसे लेकर महायुति में तनाव बढ़ता जा रहा है और भितरघात का खतरा दिखाई दे रहा है।
शिंदे गुट के पूर्व सांसद आनंदराव अडसूल अमरावती सीट से चुनाव लड़ते रहे हैं और एक बार फिर वहां से ताल ठोकना चाहते हैं। अडसूल यह दावा तब कर रहे हैं कि जब भाजपा, निर्दलीय सांसद नवनीत राणा को टिकट देने की योजना बना रही है। अडसूल लगातार कह रहे हैं कि अमरावती लोकसभा सीट शिंदे गुट की है, जिसके चलते वो चुनाव लड़ेंगे। २०१९ में इस सीट से शिवसेना ने चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार भाजपा नवनीत राणा को चुनाव लड़ाना चाहती है तो शिंदे गुट और दादा गुट दोनों इस सीट की डिमांड कर रहे हैं। अमरावती के साथ-साथ बुलढाणा सीट पर भी शिंदे गुट दावा कर रहा है। चंद्रपुर लोकसभा सीट भाजपा चाहती है। राज्यमंत्री सुधीर मुनगंटीवार वहां से चुनाव लड़ना चाहते हैं। शिंदे गुट के नेता रामदास कदम रत्नागिरी लोकसभा सीट पर अपना दावा ठोक रहे हैं। वो कह चुके हैं कि चाहे जो कुछ भी हो जाए, लेकिन वो इस सीट पर अपनी दावेदारी नहीं छोड़ेंगे। इसी प्रकार रत्नागिरी सीट को लेकर मामला उलझा हुआ है, यह सीट भाजपा हर हाल में अपने कब्जे में लेना चाहती है। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने इस पर दावा ठोका है। पश्चिमी महाराष्ट्र में भी भाजपा और अजीत पवार गुट के बीच शिरूर लोकसभा क्षेत्र को लेकर मतभेद दिख रहे हैं। इसी तरह संभाजीनगर लोकसभा सीट पर भाजपा और शिंदे गुट के बीच टकराव है। इस सीट पर शिंदे गुट चुनाव लड़ने पर अड़ा हुआ है।
‘भ्रष्टाचारी’ सरनाईक को टिकट मत देना!
पीड़ित पूर्व भाजपा पार्षद अरविंद शेट्टी की शिंदे गुट से मांग
मीरा-भायंदर में भाजपा नगरसेवक अरविंद शेट्टी और विधायक प्रताप सरनाईक का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। सरनाईक के कृत्य से जहां भाजपाई नाराज बताए जा रहे हैं, वहीं शेट्टी ने सरनाईक को भ्रष्टाचारी बताते हुए शिंदे गुट से उन्हें टिकट न देने की मांग की है।
बता दें कि अरविंद शेट्टी राजनीति में आने से पहले से एक होटल व्यवसायी हैं और मीरा-भायंदर में उनके कई होटल हैं। इन दोनों के बीच पिछले काफी समय से तकरार चल रही है।