विक्रम सिंह/ सुल्तानपुर
यूपी के सुल्तानपुर शहर में नगर पालिका राजीवगांधी पार्क के एक कोने में युवाओं के प्रेरणा स्रोत प्रख्यात प्रगतिशील संत स्वामी विवेकानन्द की तकरीबन ढाई-तीन फुट की प्रतिमा स्थापित करने जा रही है। जिसे लेकर राजनीतिक हल्के में विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस ने सप्ताह भर पूर्व ही खुलकर विरोध जताया और पालिका प्रशासन पर इस निर्णय को मर्यादाविहीन और महापुरुषों का तिरस्कार बताते हुए अपने फैसले पर पुनर्विचार की मांग की। बावजूद प्रतिमा स्थापना का फैसला परिवर्तित न किये जाने पर मंगलवार को कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिससे सकते में आए प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों ने तत्काल निर्माण रोकवा कर पालिकाधिकारी से रिपोर्ट तलब कर ली है।
बता दें कि सुल्तानपुर कलेक्ट्रेट के सामने दशकों पुराना तिकोनिया पार्क है। जिसमें सन १९९९ से पूर्व पीएम स्व. राजीव गांधी की आदमकद प्रतिमा स्थापित है। इस तिकोनिया पार्क को ‘राजीव गांधी पार्क’ नाम से भी लिखा पढ़ा जाता है। अब इसी पार्क के दक्षिण कोने में पालिकाधिकारी की अनुमति के बाद भारत विकास परिषद नामक सामाजिक संस्था स्वामी विवेकानंद जी की तकरीबन ढाई-तीन फुट की प्रतिमा स्थापित करने जा रही है। जब ये जानकारी मीडिया के जरिये लोगों की हुई तो कांग्रेस आंदोलित हो उठी। हफ्ते पूर्व डीएम को ज्ञापन देकर विरोध जताया, कहा कि पालिका की यह पहल दोनों महापुरुषों (स्वामी विवेकानंद व राजीव गांधी) का अपमान है। जिस पार्क में राजीव गांधी की आदमकद मूर्ति हो उसी जगह एक कोने में स्वामी जी की छोटी सी मूर्ति लगा देना उन्हें अपमानित करने जैसा है। जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा इसके बावजूद प्रशासन ने कांग्रेस के विरोध को हल्के में लिया। इसपर बौखलाई कांग्रेस मंगलवार को आंदोलित हो उठी। जिलाध्यक्ष अभिषेक राणा व शहर अध्यक्ष शकील अंसारी के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट गेट के सामने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। ‘महापुरुषों का अपमान बंद करो’ नारे लगे। पालिका प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी हुई। सिटी मजिस्ट्रेट ज्ञापन लेने आए लेकिन कांग्रेसियों ने ज्ञापन देने से इनकार कर दिया। बाद में एडीएमद्वय ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन कांग्रेसी राजीव गांधी पार्क में हो रहे काम को बंद करवाने की मांग पर अड़े रहे। बाद में कांग्रेसियों ने डीएम ज्योत्सना को ज्ञापन दिया। इसपर डीएम ने पालिका के ईओ को बुलाकर तुरंत काम बंद करने का निर्देश दिया। इस पर ईओ ने मौके पर जाकर जब काम रुकवाया तब जाकर कांग्रेसियों ने धरना समाप्त किया।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राणा ने कहा है कि हमें उम्मीद है कि जिला प्रशासन जल्द ही स्वामी जी की प्रतिमा किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर सम्मान के साथ लगवाने की व्यवस्था करेगा। अन्यथा कांग्रेस जेल भरो आन्दोलन के लिये बाध्य होगी। इस अवसर पर पार्टी प्रवक्ता अमोल वाजपेई,नफीस फारूकी,पीसीसी सदस्य लाल पद्माकर सिंह, मो. हारुन, हौसिला भीम, तेज बहादुर पाठक, सुब्रत सिंह सनी, अतहर नवाब, राजेश तिवारी, वरिष्ठ नेता विजय श्रीवास्तव, महेंद्र सिंह मास्टर, पवन मिश्र कटांवा, विनय त्रिपाठी, सिराज अहमद उर्फ भोला, प्रेम भारती, किसान कांग्रेस अध्यक्ष ओम प्रकाश सिंह, अपरबल सिंह, सलाहुद्दीन हाशमी, विजय पाल, नंदलाल मौर्य, अमरीश पाठक जिगर, राहुल मिश्रा, जाकिर हसन,वीरेंद्र तिवारी नन्हें, अवधेश गौतम, श्याम लगन, हौसिला कनौजिया, अनवर शाही, हाजी फिरोज, दयाशंकर दूबे, शीतला साहू सहित अनेक प्रमुख जन मौजूद रहे।