-जगह-जगह जल जमाव से बिखरा मुंबई का जनजीवन
सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले २४ घंटे से हो रही जोरदार बारिश से मुंबई पानी-पानी हो गई है। मुंबई में जगह-जगह जलजमाव देखने को मिल रहा है। जिसकी वजह से शहर में ट्रैफिक जाम होने के साथ ही रेलवे सेवा बुरी तरह बाधित हुई है। मुंबई में औसतन ३०० एमएम की बरसात हुई है। जो कि बहुत ज्यादा नहीं है लेकिन मनपा की अधूरी तैयारी के चलते मुंबईकरों को इस बारिश का खामियाजा भुगतना पड़ा है। नाले सफाई के अधूरे कार्य को लेकर मनपा पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। लेकिन मुंबई के डूबने का एक काला सच भी है। मुंबई में मानसून में नाला सफाई के साथ-साथ ४५३ जलजमाव वाले क्षेत्रों को जलजमाव से बचाने के लिए ४८१ पंप लगाए जाने थे। पर ये पंप मुंबई में इक्का-दुक्का छोड़कर कहीं दिखाई नहीं दिए। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर ये ४८१ पंप कहां हैं? बारिश के कारण जगह-जगह जलजमाव होने से मुंबई का जनजीवन बिखर गया।
मानसून में डूबी मुंबई
जलजमाव से अपना पल्ला झाड़ रही है मनपा!
तेज बारिश होने के साथ ही मुंबई के डूबने का कारण यह है कि मुंबई में मानसून की तैयारियों के तहत ४८१ पंप पूरी तरह से लगाए ही नहीं गए। जनता सवाल पूछ रही है कि ये पंप कहां लगाए गए हैं? अब जब पंप ही नहीं लगे तो जलजमाव के दौरान पानी को निचले क्षेत्रों से हटाया ही नहीं जा सका। दूसरी तरफ लगातार बारिश होने से समस्या बढ़ती चली गई। इसकी जिम्मेदार प्रशासक भरोसे चलनेवाली मनपा है, पर अब वह इस मामले से अपना पल्ला झाड़ रही है।
मनपा अधिकारियों के अनुसार, लगभग ६०० जगहों पर पानी जमा हुआ, जबकि मनपा ने ४५३ जगह को जलजमाव क्षेत्र अंकित किया है। इनमें से १८७ शहर में, १६६ पश्चिमी उपनगर में और १२४ पूर्वी उपनगर में हैं। बता दें कि बारिश में पंप खास तौर पर हिंदमाता, किंग्स सर्कल, दादर, खार और अंधेरी जैसे निचले इलाकों में लगाए जाने थे, किंतु कुछ खास जगहों को छोड़कर बाकी के ठिकानों पर पंप लगाए ही नहीं गए। एक अधिकारी ने कहा कि ये पंप कुछ जगहों पर लगाए जा चुके हैं, जो निचले इलाके हैं और जहां जलनिकासी के पर्याप्त उपाय नहीं हैं। ऐसी जगहों को हमने प्राथमिकता दी है। हाइटाइड के बाद इन पंपों के जरिए जमा पानी को निकाला जाता है।
सरकार का दावा फेल -रवि राजा
मनपा में पूर्व विरोधी पक्ष नेता रवि राजा ने कहा कि मुंबई को डूबने पर मनपा ने मजबूर किया है। कल रात हुई बारिश में मुंबई एक झील बन गई है। २५० करोड़ रुपए खर्च कर नाले सफाई का ढोल पीटा गया लेकिन सच तो यह है कि नाले साफ ही नहीं हुए हैं। शहर में ४८१ पंप लगाए जाने की बात हुई थी, लेकिन ये पंप कहीं दिखाई ही नहीं दे रहे हैं। हालांकि, राज्य सरकार ने साफ दावा किया था कि इस साल मुंबई में पानी नहीं आएगा। लेकिन देख रहे हैं कि पूरी मुंबई में पानी भर गया है। कुर्ला, साकीनाका और पूरा मुंबई पानी से भरा हुआ है। वास्तव में मनपा द्वारा करदाताओं के पैसे की लूट हो रही है।