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महायुति सरकार की कॉपी मुक्त परीक्षा की फजीहत …१०वीं बोर्ड का पहला पेपर हुआ लीक, धरी की धरी रह गईं सभी तैयारियां, मराठी विषय का था पहला पेपर

सामना संवाददाता / मुंबई
कल से दसवीं बोर्ड की परीक्षा शुरू हो गई। इसे लेकर महायुति सरकार के शिक्षा विभाग ने तगड़ी तैयारी की थी, ताकि कॉपी मुक्त परीक्षा कराई जा सके लेकिन सरकार के इस विभाग की सभी तैयारियां धरी की धरी रह गर्इं। १०वीं बोर्ड की परीक्षा के पहले दिन ही जालना जिले में पहला मराठी विषय का ही पेपर लीक हो गया। ऐसे में यह स्पष्ट रूप से साबित होता दिखाई दे रहा है कि महायुति सरकार के कॉपी मुक्त परीक्षा अभियान की बुरी तरह से फजीहत हो रही है।
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल की ओर से १०वीं बोर्ड परीक्षा कल से शुरू हुई लेकिन परीक्षा के पहले दिन ही कॉपी मुक्त परीक्षा अभियान की फजीहत हुआ। एक तरफ प्रशासन की ओर से कॉफी मुक्त परीक्षा अभियान को सख्ती से लागू करने का दावा किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पहले ही दिन जालना जिले में मराठी पेपर लीक होने की खबर सामने आई। इतना ही नहीं यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि केवल २० रुपए में परीक्षा केंद्र के बाहर पेपर की कॉपी मिल रही थी। इसलिए अब इसे लेकर शिक्षण विभाग क्या निर्णय लेता है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।
१.८० लाख कर्मचारी नियुक्त
महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षण मंडल की १७ मार्च तक चलनेवाली १०वीं बोर्ड परीक्षा के लिए कुल १६,११,६१० छात्रों ने पंजीकरण कराया है। इनमें ८,६४,९२० लड़के और ७,४७,४७१ लड़कियां हैं। इसी के साथ ही १९ तृतीयपंथी छात्र हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल २,१६५ छात्रों की संख्या बढ़ी है। कुल २३,४९२ स्कूलों से इन छात्रों ने पंजीकरण कराया है और ५,१३० केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जा रही है।

अभिभावकों की परीक्षा केंद्र पर भारी भीड़
जालना जिले के बदनापुर तालुका के तलणी गांव में एक परीक्षा केंद्र पर कापी पहुंचाने के लिए अभिभावकों ने भारी भीड़ जमा की थी। इसके कुछ वीडियो भी अब सामने आए हैं। हालांकि, आरोप लग रहा है कि परीक्षा केंद्र पर हो रही गड़बड़ी की ओर शिक्षण विभाग ने ध्यान नहीं दिया।

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