मुख्यपृष्ठनए समाचारकारगिल स्मृति स्थल के निर्माण में भी भ्रष्टाचार का खेल...उद्घाटन के 14...

कारगिल स्मृति स्थल के निर्माण में भी भ्रष्टाचार का खेल…उद्घाटन के 14 दिन बाद ही नगरपालिका ने निकाला टेंडर

मंगलेश्वर त्रिपाठी / जौनपुर

जिले में एक और अजब-गजब मामला सामने आया है। कारगिल दिवस के मौके पर जिस कार्य का लोकार्पण जिलाधिकारी और नगरपालिका परिषद अध्यक्ष व उनके पति ने किया था, उसी कार्य को कराने के लिए नगरपालिका परिषद ने उद्घाटन के ठीक 14 दिन बाद टेंडर निकाला है। यह गड़बड़ झाला सामने के आने के बाद जन चर्चाएं तेज हो गई हैं। हैरत की बात यह कि इस मामले पर जेई और ईओ से बात किया गया तो दोनों जिम्मेदार अधिकारियों ने जानकारी नहीं होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया। कलेक्ट्रेट कचहरी के पास जिला सैनिक कल्याण का ऑफिस है। इस ऑफिस के बाहर कारगिल शहीदों की याद में एक स्मृति स्थल बनाया गया है। इस स्मृति स्थल का कायाकल्प करके बीते 26 जुलाई को कारगिल दिवस के मौके पर तत्कालीन जिलाधिकारी रविंद कुमार, नगरपालिका परिषद अध्यक्ष मनोरमा मौर्या और उनके पति रामसूरत मौर्या ने लोकार्पण किया तथा शहीदों को अपना श्रध्दासुमन अर्पित किया था। इसी स्थल पर ग्रेनाइट पत्थर और स्टील की रेलिंग लगाने के लिए 9 अगस्त को अखबार में टेंडर निकाला गया, जिसका अनुमानित लागत 3 लाख 77 हजार रुपए है।
यह मामला समाने आने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। इस मामले की जानकारी के लिए पहले जेई से बात किया तो उन्होने एक सिरे से कहा कि मुझे कुछ मालूम नहीं है। उसके बाद ईओं से बात किया गया तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई मामला मेरे संज्ञान में नहीं है, जब सामने आएगा तो देखा जाएगा।

अन्य समाचार

मातृत्व