सामना संवाददाता / मुंबई
उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने बारामतीकरों से आह्वान किया है कि पवार सरनेम दिखाई दें, वहां मतदान करें। अजीत पवार के इस आह्वान का राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने जोरदार प्रयुत्तर दिया है। शरद पवार ने सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो शेयर करते हुए कहा है कि घर की लड़की वंश की नहीं, विचारों का भी दीपक जला सकी है। अजीत पवार ने गुढी पाडवा के मौके पर बारामती में एक सभा को संबोधित किया था। उन्होंने कहा कि अब तक आपने शरद पवार को वोट दिया है, उसके बाद उनके पुत्र यानी मुझे वोट दिया है, उसके बाद लडकी सुप्रिया सुले को वोट दिया। अब सुनेत्रा को वोट दें, इससे आपको पवार को वोट देने की संतुष्टि मिलेगी, ऐसा आह्वान अजीत पवार ने अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार के लिए बारामतीकरों से किया था। उन्होंने आगे कहा था कि भावुक न होते हुए जहां भी आपको पवार का सरनेम दिखे, वहां मतदान करें।
अजीत पवार के जवाब में एनसीपी ने सोशल मीडिया पर एक्स पर पोस्ट किया। घर की लड़की वंश का ही नहीं, विचारों का भी दीपक है… इस विचार को शरद पवार जैसा दूरदर्शी नेता ही स्थापित कर सकता है।’ इसलिए महाराष्ट्र देश के अन्य राज्यों से अलग है। बाकी राज्यों में लोग जाति, विचारधारा, उपनाम, मायका, ससुराल आदि की बात करते है, लेकिन वे प्रगतिशील महाराष्ट्र को जाने ही नहीं?
इस पोस्ट के साथ शरद पवार के इंटरव्यू का एक वीडियो भी शेयर किया गया है। उनसे एक बेटी होने को लेकर सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा कि ‘केवल एक लड़की ही क्यों? यह बहुत से लोग पूछते हैं। अगर मेरा एक लड़का होता तो बेहतर होता। किसी को नाम चलाने की जरूरत है। लोग कहते हैं कि स्वर्ग का रास्ता तभी खुलता है। उस संबंध में, मुझे आश्चर्य है कि जब वह जीवित नहीं रहेगा तो मुखाग्नि कौन देगा? क्या आपको इस बारे में चिंता करनी चाहिए या जीवित रहते हुए साफ-सुथरा व्यवहार करने की चिंता करनी चाहिए? लड़के-लड़कियों के प्रति दृष्टिकोण त्यागना होगा। इसे फेंक देना चाहिए। मुझे विश्वास है कि हम एक लड़की को एक बच्चे की तरह बड़ा करके, उसे समान अवसर देकर, उसका आत्मविश्वास बढ़ाकर भी उसके व्यक्तित्व का पोषण कर सकते हैं।