– मराठवाड़ा की स्थिति है चिंताजनक
सामना संवाददाता / मुंबई
राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार ने कल बारामती में मीडिया से बातचीत की। इस बार शरद पवार ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर महायुति सरकार की खिंचाई की। शरद पवार ने चेतावनी दी कि सरकार को उन लोगों पर नजर रखनी चाहिए, जो सत्ता का दुरुपयोग करने और जाति-धर्म की खाई को चौड़ा करने की कोशिश कर रहे हैं। शरद पवार ने यह भी कहा कि बीड की जो स्थिति आज है, ऐसी स्थिति इससे पहले कभी नहीं थी। उन्होंने आगे कहा कि खास तौर पर मराठवाड़ा के अमरावती, यवतमाल और बीड जैसे कुछ जिलों को लेकर जो सूचनाएं मिल रही हैं, वे चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि हम प्रत्येक स्थान से जानकारी एकत्र कर रहे हैं और हम इस बात पर जोर देने वाले हैं कि केंद्र सरकार इस संबंध में एक नीति बनाए, किसानों की मदद के लिए कोई नीति तय करे। शरद पवार ने कहा कि सोमवार को संसद की कार्यवाही शुरू होने पर इस मुद्दे पर ध्यान आकर्षित किया जाएगा। राज्य में पिछले साल विदर्भ और मराठवाड़ा में २,७०६ किसानों ने आत्महत्या की। सबसे ज्यादा आत्महत्याएं अमरावती संभाग में हुई हैं।
पवार ने कहा कि बीड जिला कई वर्षों से देख रहा हूं। बीड की जो हालत आज है, वह कभी नहीं थी। मेरा कई वर्षों का अनुभव है कि बीड एक शांत, संयमित और संघर्षशील जिला है। मैं स्वयं उस क्षेत्र में गया और ध्यान दिया। जिन छह सदस्यों को मैंने वहां नामांकित किया था, वे वहां से विधायक चुने गए। तब एक प्रकार का सौहार्दपूर्ण वातावरण था। दुर्भाग्य से कुछ लोगों ने सत्ता के दुरुपयोग का रुख अपनाया और इसका परिणाम पिछले कुछ महीनों से बीड में दिखाई दे रहा है। कानून हाथ में लेकर माहौल खराब करने वालों के खिलाफ राज्य सरकार को बेहद सख्त नीति बनाने की जरूरत है, चाहे वे कोई भी हों। शरद पवार ने यह भी कहा कि बीड के गौरवशाली दिनों का ध्यान रखना चाहिए।