सामना संवाददाता / पटना
उत्तर प्रदेश और बिहार की सरकारें भले ही कितना भी दंभ भर लें कि उनके राज में राज्य की जनता सेफ है और उन्हें सभी मुलभूत सुविधाएं मिल रही हैं। लेकिन कानून-व्यवस्था की बात हो या स्वास्थ्य व्यवस्था की, सबकुछ रामभरोसे ही है। इन दोनों राज्यों में कई बड़ी लापरवाहियां सामने आई हैं, जिसमें वहां की आम जनता को मौत का सामना करना पड़ा है। इसी कड़ी में बिहार की एक और घटना ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। दरअसल, यहां के सहरसा में नर्सों की लापरवाही से एक गर्भवती महिला ने खुले आसमान के नीचे बच्चे को जन्म दिया। परिजनों ने बताया कि नर्स चाय पीने में इतनी मशगूल थीं कि उन्होंने मरीज की सुध नहीं ली। मरीज को टहलने के लिए बाहर भेज दिया।
महिला के परिवार ने आरोप लगाया कि नर्स और डॉक्टर, किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। जब गर्भवती महिला दर्द से कराह रही थी, तब नर्स चाय की चुस्की लेने में व्यस्त थीं। उन्हें बताया भी कि महिला को दर्द हो रहा है। इसके बावजूद किसी भी नर्स ने उनकी मदद नहीं की।