-मरीजों को करना पड़ रहा परेशानियों का सामना
सामना संवाददाता / कानपुर
यूपी के कानपुर से भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों की ऐसी तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं, जो चर्चा का विषय बने हुए हैं। यहां के मेदांता अस्पताल के एक वार्ड को ही भाजपा का दफ्तर बना दिया गया है। वार्ड में भी भाजपा का बैनर लगा है। बैनर के सामने बेड पर भाजपा की उत्तर इकाई के जिलाध्यक्ष अनिल दीक्षित अपना फैक्चर पैर फैलाए बैठे हैं। उनके अगल-बगल मौजूद मरीजों के अन्य बेड पर भी भाजपा के नेता और पदाधिकारी सवार हैं। यह लोग अनिल दीक्षित का हालचाल लेने नहीं, बल्कि जिलाध्यक्ष की बुलाई बैठक में शामिल होने पहुंचे हैं। कहा जा रहा है कि भाजपाइयों के इस तरह से वार्ड में पहुंचने से अन्य मरीजों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आम लोगों के लिए एक मरीज के साथ केवल दो तीमारदार वाला नियम यहां क्यों नहीं लागू हुआ, इस पर भी लोग सवाल खड़े कर रहे हैं। दरअसल, पिछले दिनों अनिल दीक्षित घर की सीढ़ियों से फिसल गए थे और कूल्हे और पैर में पैâक्चर हो गया था। इसी के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस बीच योगी सरकार के आठ साल पूरे होने पर भाजपा की तरफ से आंबेडकर जयंती यानी १४ अप्रैल तक कई अभियान चलाने का निर्देश मिल गया।
मरीजों के बेड पर हुई बैठक
अनिल दीक्षित के प्राइवेट रूम में भर्ती होने से बाकी मरीजों पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ रहा था। उन्होंने सोमवार दोपहर अस्पताल के जनरल वार्ड में ही जिला कार्यकारिणी की बैठक बुला ली। कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का पहुंचना शुरू हो गया। वार्ड में दोनों तरफ पड़े मरीजों के बेड पर बैठाया गया। दूर बैठे कुछ कार्यकर्ता जूते पहनकर ही ऊपर चढ़ गए। अस्पताल में हुई बैठक की तश्वारें सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
बैठक को लेकर दिया गया तर्क
अस्पताल में हुई कार्यकारिणी की बैठक को लेकर उत्तर जिलाध्यक्ष अनिल दीक्षित ने कहा कि यह अस्पताल अभी नया बना हुआ है। जनरल वार्ड में कोई भर्ती नहीं था, इसलिए यहां पर बैठक कर ली। वहीं डॉक्टर गोविंद त्रिवेदी ने बताया कि अनिल दीक्षित प्राइवेट रूम में भर्ती हैं। बहुत जल्द वह डिस्चार्ज होने वाले हैं। मुझे जनरल वार्ड में बैठक करने की जानकारी नहीं है।