सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई यूनिवर्सिटी का सीनेट चुनाव एक बार फिर अनिश्चित काल के लिए टाल दिया गया। सीनेट चुनाव दूसरी बार स्थगित होने पर हाई कोर्ट ने शिंदे सरकार को फटकार लगाई है और दो दिन में चुनव कराने का निर्देश दिया है। जिसके बाद शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए शिंदे -बीजेपी सरकार पर जमकर प्रहार किया। राऊत ने कहा कि केंद्र में कुबड़ी सरकार एक देश एक चुनाव का ढोल पीट रही है, लेकिन यहां की डरपोक शिंदे सरकार सीनेट चुनाव कराने से भी डर रही है।
शनिवार को मीडिया से बात करते हुए संजय राऊत ने कहा कि सीनेट चुनाव दो दिन दूर है और इसकी तैयारी भी हो चुकी है। जब खबर आती है कि शिवसेना, युवासेना के कार्यकर्ता सभी सीटें जीतेंगे तो शिंदे सरकार घबरा जाती है और चुनाव ही स्थगित कर देती है। वे चुनाव का सामना नहीं करना चाहते हैं। उन्हें पता है कि शिक्षित युवा वर्ग है और ग्रेजुएट यहां वोट करते हैं। मुंबई विश्वविद्यालय विश्व प्रसिद्ध है और यहां के युवा मार्गदर्शक का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही उन्हें एहसास हुआ कि वे यह चुनाव हार रहे हैं, डरपोक शिंदे सरकार ने इस चुनाव को दूसरी बार रद्द कर दिया। लेकिन कोर्ट की फटकार से शायद शिंदे दरकार लाइन पर आ जाए। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वे लोकतंत्र पर बड़े-बड़े भाषण देते हैं। `एक देश, एक चुनाव’ का ढोल पीट रहे हैं, लेकिन सीनेट चुनाव, मुंबई मनपा चुनाव कराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। ऐसा तंज भी उन्होंने कसा। उन्होंने कहा कि यह सरकार चुनाव में पैसे, ईवीएम के दुरुपयोग और पुलिस प्रणाली के इस्तेमाल कर जीत हासिल करने का प्रयास करती है। फिर भी सरकार में यह चुनाव कराने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।