-पेयजल समस्या को लेकर उपनेता ज्योति ठाकरे का दिवा में हल्लाबोल
सामना संवाददाता / ठाणे
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे का हाथ मजबूत करने के लिए दिवा शहर की एक-एक ज्योति को जलाकर मशाल बनाना पड़ेगा। सांसदों और विधायकों ने दिवावासियों के मतों का मोलभाव किया, नागरिक सुविधा उपलब्ध नहीं कराई। शिवसेना की उपनेता ज्योति ठाकरे ने एक महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए स्थानीय जन प्रतिनिधियों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने नागरिक सुविधाओं के अभाव पर खूब खरी-खोटी सुनाई।
शिवसेना की दिवा शहर महिला संगठिका ज्योति पाटील के मार्गदर्शन में दिवा स्थित आकांक्षा हाल में महिला सम्मेलन का अयोजन किया गया था। सैकड़ों की संख्या में उपस्थित महिलाओं का मार्गदर्शन करते हुए ज्योति ठाकरे ने कहा कि दिवा शहर में महिलाओं को सबसे अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दिवा में न तो एक भी प्रसूति गृह है और न ही अस्पताल। दिवा में अग्निशमक केंद्र तक नहीं है। महिलाओं को बड़े पैमाने पर पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है, दूसरी तरफ २२१ करोड़ रुपए खर्च कर पेयजल आपूर्ति योजना लागू की गई है, इसके बावजूद लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। अपने संबोधन में सांसद श्रीकांत शिंदे, स्थानीय विधायक, सत्ताधारियों तथा भाजपा पर हमला बोलते हुए केंद्र सरकार की नीतियों की जमकर बखिया उधेडी और कहा कि महंगाई की मार से सबसे ज्यादा महिलाएं परेशान हो रही हैं। शिवसेना प्रवक्ता अनिश गाढवे, पूर्व नगरसेविका नंदिनी राजन विचारे ने भी महिला सम्मेलन को संबोधित किया।
इस अवसर पर जिला प्रमुख सदानंद थरवल, दिवा शहर संघटिका योगिता नाईक, शहरप्रमुख सचिन पाटील, शहर संगठक रोहिदास मुंडे, उपशहर संगठक प्रवीण उतेकर, उपशहर संघटिका प्रियंका सावंत, उप शहरप्रमुख तेजस पोरजी सहित सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं स्थानीय महिलाएं मौजूद रहीं।