विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
इस घोर कलियुग में संपत्ति की हवस में खून के रिश्ते भी अब एकदूसरे के खून के प्यासे हो गए हैं। सुल्तानपुर के कूरेभार थानांतर्गत सहरी गांव में संपत्ति के लिये विवाद के दौरान एक युवक ने अपने पिता व बड़े भाई को ही तीन दिन पूर्व गोलियों से भून डाला। अब वारदात के तीसरे दिन जब उसे अपनी इस भयानक गलती का एहसास हुआ और गिरफ्तारी का डर सताया तो उसने पुलिस के सामने ही खुद को गोलियों से उड़ा दिया। फिलहाल इस लोमहर्षक वारदात ने सुल्तानपुर शहर को दहला दिया है। घटनाक्रम के मुताबिक, कूरेभार के सहरी गांव में १३ अप्रैल को सरेशाम गांववासी अजय यादव ने सगे बड़े भाई जूड़ापट्टी के पूर्व प्रधान सत्यप्रकाश यादव और पिता काशीराम यादव की संपत्ति विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी थी।
वारदात के बाद ही आरोपी अजय फरार हो गया। पुलिस प्रकरण में अजय यादव की पत्नी सुनीता यादव, अयोध्या के इनायतनगर निवासी अमर बहादुर यादव और बीकापुर निवासी अरविंद यादव को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी थी। तीनों पर हत्यारोपी अजय यादव को शरण देने और पुलिस टीम पर हमला करने के आरोप हैं। प्रकरण से जुड़ा हुआ ताजा घटनाक्रम मंगलवार की शाम को घटित हुआ। आरोपी अजय ने पुलिस की मौजूदगी में कनपटी पर तमंचे से गोली मार खुदकुशी कर ली। हालांकि पुलिस के इस दावे को लेकर सवाल हैं।
गांव वालों का आरोप है कि ये खुदकुशी नहीं ‘एनकाउंटर’ है। मौके से 9 एमएम और 32 एमएम के 2 खोखे मिले हैं। पूरा गांव छावनी में बदल गया है। सूत्रों के अनुसार, अजय यादव सोमवार रात में किसी समय आया और घर में छुप गया। मंगलवार शाम करीब 5.30 बजे उसका भांजा किताब निकालने के लिए घर आया। तभी पुलिस वाले भी वहां पहुंच गए। जब भांजे ने घर खोला, तो अजय एक कमरे से बाहर निकला। इसके बाद घर के अंदर ही एक गैलरी में चला गया। गांव वालों का कहना है कि उसने तुरंत पिस्टल निकाली और एसओ रविंद्र सिंह के सामने ही ट्रिगर दबा दिया। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। इसका कई लोगों ने वीडियो बना लिया था, लेकिन पुलिस ने दबाव बनवाकर डिलीट कराया है।