मुख्यपृष्ठनए समाचारमंदिर प्रांगण में दम तोड़ने वाले कपोत का विधि-विधान से अंतिम संस्कार

मंदिर प्रांगण में दम तोड़ने वाले कपोत का विधि-विधान से अंतिम संस्कार

विक्रम सिंह / सुल्तानपुर

जीव-जंतु के प्रति अगाध स्नेह दर्शाती ये मार्मिक घटना जयसिंहपुर तहसील के सरैया बिंदवन स्थित प्राचीन श्रीरामजानकी मंदिर परिसर में घटित हुई। रविवार की दोपहर अचानक एक कपोत (कबूतर) वृक्ष से लड़खड़ाता हुआ मंदिर परिसर में गिरकर तड़पने लगा। उस वक़्त मंदिर में मौजूद दिव्यांशु ओझा की नजर इस लाचार बेजुबान पक्षी पर पड़ी तो उन्होंने तत्काल उसकी मदद का प्रयास किया। प्राथमिक उपचार देने की भी कोशिश की गई लेकिन दुर्भाग्यवश कुछ ही मिनटों में उसने दम तोड़ दिया। इस हृदयविदारक दृश्य से मंदिर के श्रद्धालु मर्माहत हो उठे। पक्षी की मृत्यु को देखते हुए हिंदू धार्मिक परंपराओं के अनुसार अंतिम संस्कार करने का निर्णय लिया गया। गंगाजल, तुलसीदल, कफन और पुष्पमाल अर्पित कर राजगोपाल ओझा, शुभम ओझा, शिवम ओझा, शिव ओझा और दिव्यांशु ओझा ने कबूतर का विधिवत अंतिम संस्कार किया। यह प्रेरक घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय है। क्योंकि आमतौर पर पक्षियों का इस प्रकार से अंतिम संस्कार कम ही देखने को मिलता है।

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