जय सिंह \ मुंबई
वर्तमान सरकार के एक विधायक के परचित का विरोध करना अब एक महिला और उसकी पीड़िता बेटी के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। दरअसल, उन दबंगों से डरकर जो काम साकीनाका पुलिस नहीं कर पा रही थी, वह बहादुरी का काम पीड़िता की मां ने कर दिखाया। अब उस परिवार पर दबंगों के कहर का खतरा मंडरा रहा है। मामला साकीनाका पुलिस थाने में दर्ज शादी का झांसा देकर बलात्कार करने से जुड़ा हुआ है। पीड़िता ने अपनी आपबीती पुलिस उपायुक्त परिमंडल १० को लिखित रूप से देकर जांच की मांग की है। मिली जानकारी के मुताबिक, साकीनाका पुलिस थाने की हद में रहने वाले एक युवक ने विलेपार्ला-पूर्व की रहन वाली एक युवती को अपने प्रेमजाल में फाश कर उसे शादी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार किया।
कई बार बोलने के बाद जब उक्त युवक ने शादी से इंकार किया तो युवती ने अपनी आपबीती अपनी मां को बताई। मां ने उक्त घटना की शिकायत साकीनाक पुलिस थाने को देकर अपराध दर्ज करने की मांग की। सूत्रों की मानें तो साकीनाका पुलिस थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक ठोमरे ने पहले तो ४ दिन तक मामला दर्ज नहीं किया, फिर युवती से ऐसे ऐसे सवाल किए कि युवती मानसिक डिप्रेशन में चली गई, जिसका इलाज कोकिलाबेन अस्पताल में करवाया गया। चार दिन बाद साकीनाका पुलिस ने ३७६, ५०९ के तहत मामला दर्ज किया और यह तर्क दिया जाता रहा कि युवक मिल नहीं रहा है। इसलिए उसकी गिरफ्तारी नहीं हो रही है। इसके बाद युवती का मेडिकल करवाने के लिए पीड़िता और उसकी मां को दिन भर पुलिस थाने में यह कह कर बैठाया गया कि कोई महिला कांस्टेबल नहीं है। इन सारे विषयों को लेकर पीड़िता की माता पुलिस उपायुक्त से मिली और अपना दुखड़ा सुनाया। इसके बाद भी साकीनाका पुलिस उस अपराधी युवक को गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी, पीड़िता की मां ने जब जांच अधिकारी ठोमरे से इस विषय में पूछा तो पता चला कि पुलिस उसे पकड़ने का प्रयास कर रही है वह मिल नहीं रहा है। पीड़िता की मां को पता चला कि पुलिस ने उसे अग्रिम जमानत के लिए सलाह दी थी। दिंडोशी कोर्ट में ए बी ए /७८८ /२०२४ को माननीय न्यायाधीश ने रिजेक्ट कर दिया। पुलिस इसके बाद भी उक्त अपराधी को बचाती रही। १७ मई को उक्त पीड़िता की मां को वह युवक विलेपार्ला में एक अन्य युवती के साथ घूमता दिख गया। उक्त पीड़िता की माता ने बहादुरी दिखाते हुए आरोपी को पकड़कर पुलिस कंट्रोल को फोन कर पार्ला पुलिस थाने के हवाले कर दिया। जिस बलात्कार के आरोपी को साकीनाका पुलिस खोज नहीं पा रही थी, उसे पीड़िता की माता ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया।
इस महिला के हिम्मत की चर्चा दो दिनों से मुंबई के उपनगर के तमाम पुलिसवालों की जुबान पर है। एक तरह से यह चर्चा न्याय के लिए तड़पती उक्त महिला से जुड़ा है, तो दूसरी तरफ इस मामले में अपराधी जिसे साकीनाका पुलिस ही गिरफ्तार करने में आना-कानी कर रही थी, उसकी पोल खुल गई है।