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खत्म होने का नाम नहीं ले रही यात्रियों की परेशानी …दादर में बार-बार बदले जा रहे प्लेटफॉर्म नंबर, प्लेटफॉर्म ९ ए और १० के बीच फंसे यात्री

सामना संवाददाता / मुंबई
मध्य रेलवे के दादर स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबरिंग को लेकर यात्रियों की परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार सुबह एक बार फिर प्लेटफॉर्म नंबर बदल दिए गए, जिससे यात्रियों में भ्रम और नाराजगी पैâल गई।
अब पहली बार ऐसा हो रहा है कि एक ट्रेन दो प्लेटफॉर्म्स पर खड़ी होगी, एक तरफ प्लेटफॉर्म ९ए और दूसरी तरफ प्लेटफॉर्म १०। इससे पहले तक इन्हें प्लेटफॉर्म १० और १०ए के नाम से जाना जाता था। यात्रियों के लिए यह बदलाव समझ से परे है।
गौरतलब है कि प्लेटफॉर्म नंबरिंग में यह बदलाव एक साल के भीतर दूसरी बार किया गया है। इससे पहले भी नंबर बदलने पर यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी थी। खासकर दादर जैसे व्यस्त स्टेशन पर, जहां रोजाना लाखों यात्री सफर करते हैं, बार-बार बदलाव उनकी यात्रा को और मुश्किल बना रहा है।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, प्लेटफॉर्म नंबरिंग बदलाव होने के अनाउंसमेंट सिस्टम सही तरीके से दिए गए पुराने प्लेटफॉर्म संख्या को अनाउंस नहीं कर पा रहा था। यह गड़बड़ी सॉफ्टवेयर की है, लेकिन रेलवे ने उसे सही करने की बजाय समाधान के तौर पर प्लेटफॉर्म नंबर बदलने का पैâसला किया है।
यात्रियों में नाराजगी
नियमित यात्री इस बदलाव से खासे नाराज हैं। एक दैनिक यात्री ने कहा कि पहले ही ट्रेनें समय पर नहीं आतीं, ऊपर से बार-बार प्लेटफॉर्म नंबर बदलकर यात्रियों को और परेशान किया जा रहा है। एक अन्य यात्री का कहना था, ‘रेलवे को अपनी सॉफ्टवेयर समस्या को ठीक करने पर ध्यान देना चाहिए, न कि यात्रियों को भ्रमित करने वाले निर्णय लेने चाहिए।’
रेलवे की कार्यप्रणाली पर सवाल
इस पूरी स्थिति ने मध्य रेलवे की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या बार-बार प्लेटफॉर्म नंबर बदलना वाकई समाधान है, या यह सिर्फ रेलवे की लापरवाही का नतीजा है? यात्रियों का कहना है कि रेलवे को अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट करनी होंगी और बार-बार बदलाव करने के बजाय स्थायी समाधान निकालना होगा। यात्रियों की उम्मीद है कि रेलवे जल्द ही इस समस्या का स्थायी हल निकालेगा, ताकि उन्हें बार-बार ऐसी परेशानियों का सामना न करना पड़े।

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